Edited By Anu Malhotra,Updated: 03 Aug, 2022 10:57 AM
अमेरिकी स्पीकर नैंसी पेलोसी के ताइवान दौरे को लेकर जहां चीन भड़का हुआ है वहीं, कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने इसे ऐतिहासिक बताते हुए लोकसभा स्पीकर ओम बिरला का अहम सुझाव दिया है।
नेशनल डेस्क: अमेरिकी स्पीकर नैंसी पेलोसी के ताइवान दौरे को लेकर जहां चीन भड़का हुआ है वहीं, कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने इसे ऐतिहासिक बताते हुए लोकसभा स्पीकर ओम बिरला का अहम सुझाव दिया है।
दरअसल, लोकसभा सदस्य मनीष तिवारी ने ट्विटर के माध्यम से स्पीकर बिरला को भेजे संदेश में कहा कि स्पीकर @SpeakerPelosi की ताइवान यात्रा ऐतिहासिक है। जैसा कि राष्ट्रपति जो बाइडन ने शी जिनपिंग से कहा है कि संसद सरकार की एक शाखा के समान है। उसी तरह आपके नेतृत्व में एक भारतीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल को भी ताइवान की यात्रा पर विचार करना चाहिए।
तिवारी ने आगे लिखा कि यह न केवल स्पीकर नैंसी पेलोसी की ताइवान यात्रा का मसला नहीं है, बल्कि इससे एशिया प्रशांत क्षेत्र गरमा रहा है। अमेरिका के तीन विमान वाहक युद्धपोत-यूएसएस रोनाल्ड रीगन, यूएसएस त्रिपोली और यूएसएस अमेरिका भी ताइवान के आसपास के क्षेत्र में तैनात हैं। यह 1995 के बाद अमेरिका का सबसे गंभीर शक्ति प्रदर्शन है।
वहीं नैंसी पेलोसी ने कहा कि दुनिया में लोकतंत्र और निरंकुशता के बीच संघर्ष है. जैसा कि चीन समर्थन हासिल करने के लिए अपनी सॉफ्ट पावर का इस्तेमाल करता है, हमें ताइवान के बारे में उसकी तकनीकी प्रगति के बारे में बात करनी होगी और लोगों को ताइवान के अधिक लोकतांत्रिक बनने का साहस दिखाना होगा। तो इससे पहले ताइवान की राष्ट्रपति साई इंग वेन ने कहा कि मैं अमेरिकी प्रतिनिधि सभा की अध्यक्ष नैंसी पेलोसी का हार्दिक स्वागत करती हूं।
उपराष्ट्रपति और मुझे स्पीकर द्वारा अमेरिका-ताइवान संबंधों को लेकर कॉल आते रहे हैं। हमारी इस मुलाकात के लिए मैं खुश हूं। उन्होंने कहा कि अमेरिकी स्पीकर पेलोसी वास्तव में ताइवान के सबसे समर्पित मित्रों में से एक हैं. ताइवान के लिए अमेरिकी कांग्रेस के कट्टर समर्थन को प्रदर्शित करने के लिए ताइवान की यह यात्रा करने के लिए हम आपके आभारी हैं।