Edited By vasudha,Updated: 08 Mar, 2021 03:49 PM
आजादी के 75 साल पूरे होने के उपलक्ष्य पर देशभर में आजादी का अमृत महोत्सव आयोजित किया जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए इस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि ये वर्ष जितना ऐतिहासिक, गौरवशाली है, देश के लिए जितना...
नेशनल डेस्क: आजादी के 75 साल पूरे होने के उपलक्ष्य पर देशभर में आजादी का अमृत महोत्सव आयोजित किया जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए इस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि ये वर्ष जितना ऐतिहासिक, गौरवशाली है, देश के लिए जितना अहम है, देश उसे उतनी है भव्यता और उत्साह के साथ मनाएगा। हमारा सौभाग्य है कि समय ने, देश ने इस महोत्सव को साकार करने की जिम्मेदारी हमें दी है।
पीएम मोदी के संबोधन की मुख्य बातें इस प्रकार:-
- मुझे खुशी है कि ये कमेटी अपने इस कर्तव्य के लिए कड़ी मेहनत के साथ जो आशा-अपेक्षाएं हैं, जो सुझाव आए हैं और जो आते रहेंगे, जन-जन तक पहुंचने का जो प्रयास है उसमें कोई कमी नहीं रहेगी।
- आज़ादी के 75 साल का ये पर्व एक ऐसा पर्व होना चाहिए जिसमें स्वाधीनता संग्राम की भावना, उसका त्याग साक्षात अनुभव हो सके।
- जिसमें देश के शहीदों को श्रद्धांजलि भी हो और उनके सपनों का भारत बनाने का संकल्प भी। जिसमें सनातन भारत के गौरव की भी झलक हो, जिसमें आधुनिक भारत की चमक भी हो।
- एक तरह से प्रयास ये है कि कैसे आजादी के 75 साल का ये आयोजन आजादी का ये अमृत महोत्सव, भारत के जन-जन का, भारत के हर मन का पर्व बने।
130 करोड़ देशवासियों के साथ मनाना है ये पर्व: पीएम मोदी
- हमें 130 करोड़ देशवासियों को साथ लेकर, उन्हें साथ जोड़कर आज़ादी के 75 साल का ये पर्व मनाना है।
- जनभागीदारी इस आयोजन की, इस उत्सव की मूल भावना है।
- हमारे देश का शायद ही कोई ऐसा स्थान हो, कोई ऐसा कोना हो जहां से किसी न किसी भारत माता के बेटे-बेटी ने अपना बलिदान नहीं दिया हो।
- उन सबके बलिदान, उनकी कहानियाँ भी जब देश के सामने आएँगी तो वो अपने आप में बहुत बड़ी प्रेरणा का स्रोत होने वाला है।
कई लोग समाज के लिए कर रहे महान काम: पीएम मोदी
- आज भारत वो सब कर रहा है, जिसकी कुछ साल पहले तक कल्पना नहीं होती थी।
- आज़ादी के 75 साल जब देश मनाएगा, तो देश उन लक्ष्यों की ओर आगे बढ़ेगा, उन्हें प्राप्त करने के लिए मजबूत कदम उठाएगा, जो कभी असंभव लगते थे।
- कई ऐसे लोग है जो कई पीढ़ियों से देश और समाज के लिए कोई न कोई महान काम कर रहे हैं। उनकी सोच और विचारों को हमें सामने लाना है। देश को उनके प्रयासों से जोड़ना है। यह भी इस अमृत महोत्सव की मूल भावना है।