Edited By Anil dev,Updated: 11 Aug, 2018 12:11 PM
आधी रात बिजली गुल हुई तो जालंधर की गर्मी ने सताना शुरू कर दिया। नींद नहीं आ रही थी तो सोचा संगीत सुना जाए। मोबाइल पर रेडियो ऑन किया तो सुदर्शन फाकिर की लिखी जगजीत सिंह और चित्रा की गाई गजल बज रही थी- उस मोड़ से शुरू करें फिर ये जिंदगी।