Edited By Anil dev,Updated: 22 Oct, 2020 12:45 PM
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पश्चिम बंगाल की दुर्गा पूजा में शामिल होने के साथ ही राज्य में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में राजनीति चमकाने का काम भी कर लिया है। बंगाल के राजनीतिक इतिहास में पहली बार हुआ है कि...
कोलकाता: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पश्चिम बंगाल की दुर्गा पूजा में शामिल होने के साथ ही राज्य में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में राजनीति चमकाने का काम भी कर लिया है। बंगाल के राजनीतिक इतिहास में पहली बार हुआ है कि किसी दल ने सीधे तौर पर यहां दुर्गा पूजा का आयोजन किया हो।
बीजेपी के लिए इस दुर्गा पूजा के कई मायने हैं। पीएम मोदी के इस कार्यक्रम के सभी 294 सीटों पर प्रसारण के लिए व्यापक तैयारियां की गई हैं। इस दौरान पीएम मोदी दुर्गा पूजा उत्सव की शुरुआत के मौके पर पूजोर शुभेच्छा कार्यक्रम के तहत एक विशेष संदेश भी जारी करेंगे। फिर चुनाव से पहले जनसंपर्क के लिए राजनीतिक दलों को इससे बेहतर मौका भी नहीं मिलेगा। बीजेपी ने बंगाल चुनाव से पहले दुर्गा पूजा का इस्तेमाल ममता के खिलाफ एक हथियार के रूप में करने वाली है। पार्टी इस साल भी दुर्गा पंडालों में सदस्यता अभियान चलाएगी और केंद्र सरकार की नीतियों व उपलब्धियों के प्रचार के लिए जगह-जगह स्टॉल लगाएगी। दुर्गा पूजा में हिस्सा लेकर भाजपा भी टीएमसी को उसी के अंदाज में जवाब देने की कोशिश में जुटी हुई है।
कहीं न कहीं ममता सरकार के लिए भाजपा की ओर से कराई गई यह दुर्गा पूजा खतरे की घंटी बनी हुई है। पश्चिम बंगाल में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं। सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस के खिलाफ राज्य में भाजपा एक मजबूत प्रतिद्वंद्वी के रूप में उभरी है। भाजपा को भरोसा है कि वह अगले चुनाव में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के 10 सालों के शासन का अंत करेगी। पिछले लोकसभा चुनाव में राज्य की 18 सीटों पर भाजपा ने जीत दर्ज की थी, जबकि तृणमूल कांग्रेस को 22 सीटों पर विजय हासिल हुई थी।