Edited By Anil dev,Updated: 23 Oct, 2019 01:45 PM
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सालाना निवेश मंच की बैठक में हिस्सा लेने के लिए दो दिवसीय यात्रा पर सऊदी अरब जाएंगे। फरवरी में सऊदी अरब के वलीअहद (उत्तराधिकारी) मोहम्मद बिन सलमान भारत आए थे।
नई दिल्लीः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सालाना निवेश मंच की बैठक में हिस्सा लेने के लिए दो दिवसीय यात्रा पर सऊदी अरब जाएंगे। फरवरी में सऊदी अरब के वलीअहद (उत्तराधिकारी) मोहम्मद बिन सलमान भारत आए थे। मोदी 29 से 31 अक्टूबर के बीच आयोजित होने वाले ‘फ्यूचर इंवेस्टमेंट इनिशिएटिव' (एफआईआई) के तीसरे संस्करण में शिरकत करेंगे। सऊदी अरब के रियाद शहर में होने जा रहे तीसरे फ्यूचर इनवेस्टमेंट इनिशिएटिव (एफआईआई) भारत के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। इसमें सऊदी के नीति निर्माताओं और दुनियाभर के व्यापारिक प्रतिनिधियों का आमना सामना होता है।
पीएम मोदी का ये दौरा भारत के लिए है महत्वपूर्ण
कश्मीर को वैश्विक मुद्दा बनाने की पाकिस्तान की कोशिश के बाद और देश में आर्थिक मंदी के बीच पीएम मोदी की ये यात्रा बहुत महत्व रखता है। सऊदी अरब की अपनी दूसरी यात्रा पर पीएम मोदी ग्लोबल मीट में देश में निवेश और आर्थिक विकास को बढ़ाने के अबसर तलाशेंगे। इसके साथ ही कश्मीर मुद्दे पर मुश्लिम देशों में अहम सऊदी अरब का सार्वजनिक समर्थन हासिल करने का प्रयास करेंगे।
दुनिया भर के कई व्यपारिक प्रतिनिधि होंगे शामिल
इस कार्यक्रम में सऊदी के निती निर्माता और दुनिया भर के व्यपारिक प्रतिनिधि शामिल होंगे। इस कार्यक्रम का थीम व्हाट इज नेक्स्ट फॉर ग्लोबल बिजनेस रखा गया है इस आयोजन से सऊदी में दुनिया भर से निवेश की संभावनाए बढ़ती है। वहीं भारत भी मंदी से गुजर रहा है ऐसे में ये कार्यक्रम भारत के लिए महत्वपूर्ण है।
2016 में सऊदी ने पीएम मोदी को दिया सर्वोच्च सम्मान
बता दें कि 2016 में सऊदी ने पीएम मोदी को देश का सर्वोच्च सम्मान दिया था। जिससे दोनों देशों के द्वीपक्षीय संबंधों में नजदिकी आने का संकेत मिला था। इसी कारण सऊदी अरब ने जम्मू कश्मीर के मुद्दे पर पाकिस्तान की मुस्लिम देशों को एकजुट करने की मुहिम से खुद को अलग कर लिया था।