Edited By Anil dev,Updated: 30 Jan, 2021 05:05 PM
केंद्र सरकार के तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ गाजीपुर बॉर्डर पर धरना दे रहें भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने जो बातचीत का न्योता दिया उसके लिए धन्यवाद हम करते हैं क्योंकि उन्होंने किसान को संज्ञान में लिया सरकार...
नेशनल डेस्क: केंद्र सरकार के तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ गाजीपुर बॉर्डर पर धरना दे रहें भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने जो बातचीत का न्योता दिया उसके लिए धन्यवाद हम करते हैं क्योंकि उन्होंने किसान को संज्ञान में लिया सरकार और किसानों के बीच प्रधानमंत्री सवाद करवाएं। उन्होंने कहा कि मेरे आंसू तो निकले ले वह किसान के आंसू थे।
जब भावुक होने के बाद आंदोलन के मजबूत होने के लेकर राकेश टिकैत ने कहा कि आंसू बहने का असर आपने देख लिया। उन्होंने कहा कि अब यह आंदोलन और मजबूत होगा। उन्होंने कहा कि ना सरकार का सिर झुकने देंगे ना किसान की पगड़ी झुकने देंगे।
प्रदर्शनकारी किसानों के मुद्दों का बातचीत से समाधान का निरंतर प्रयास कर रही है सरकार: मोदी
वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं से कहा कि उनकी सरकार प्रदर्शनकारी किसानों की ओर से उठाए गए मुद्दों का बातचीत के जरिए समाधान निकालने का निरंतर प्रयास कर रही है। सूत्रों के मुताबिक, संसद में विभिन्न दलों के सदन के नेताओं की डिजिटल बैठक में मोदी ने यह भी कहा कि तीन कृषि कानूनों को लेकर केंद्र सरकार ने जो प्रस्ताव दिया था वो आज भी बरकरार है। सरकार ने यह सर्वदलीय बैठक बजट सत्र के दौरान संसद की कार्यवाही सुचारू रूप से चलाने और विधायी कार्यों के संदर्भ में चर्चा के मकसद से बुलाई थी। विभिन्न दलों के नेताओं ने इस बैठक में अलग अलग मुद्दे उठाए। सूत्रों ने इस बैठक में प्रधानमंत्री के संबोधन का हवाला देते हुए बताया कि मोदी ने नेताओं से कहा कि कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर प्रदर्शनकारी किसानों से सिर्फ एक फोन कॉल की दूरी पर हैं और तोमर ने इस महीने की शुरुआत में किसान नेताओं को इस बात से अवगत भी कराया था।