Edited By Anil dev,Updated: 05 May, 2021 12:28 PM
पुणे के एक निजी अस्पताल में 45 वर्षीय एक डॉक्टर ने कोविड-19 से अपने पिता की मौत के अगले दिन ही ड्यूटी शुरू कर दी जबकि घर में उनकी मां और भाई भी संक्रमण से जूझ रहे थे। डॉ. मुकुंद पेनुरकर और उनकी पत्नी कोविड-19 के मरीजों के इलाज में जुटे हैं। पेनुरकर...
नेशनल डेस्क: पुणे के एक निजी अस्पताल में 45 वर्षीय एक डॉक्टर ने कोविड-19 से अपने पिता की मौत के अगले दिन ही ड्यूटी शुरू कर दी जबकि घर में उनकी मां और भाई भी संक्रमण से जूझ रहे थे। डॉ. मुकुंद पेनुरकर और उनकी पत्नी कोविड-19 के मरीजों के इलाज में जुटे हैं। पेनुरकर ने कहा कि मरीजों की सेवा करते हुए वह अपने पिता को बेहतर श्रद्धांजलि दे सकते हैं।
पेनुरकर ने कहा पिछले साल पुणे में कोरोना वायरस के मामले बढऩे के बाद से मैं और मेरी पत्नी यहां संजीवन अस्पताल में कोविड-19 मरीजों का इलाज कर रहे हैं। ठीक से देखभाल के लिए मैंने अपने अभिभावकों को नागपुर में अपने भाई के पास भेज दिया था। उन्होंने कहा कि कोविड-19 की मौजूदा लहर के बीच पिछले महीने उनके भाई भी संक्रमित हो गए और बाद में उनके अभिभावकों में भी संक्रमण की पुष्टि हुई।
पेनुरकर के पिता के निधन के समय उनकी मां और भाई भी अस्पताल में इलाज करा रहे थे। पेनुरकर ने कहा, मेरी मां अस्पताल की स्थिति देख रही थी और उन्होंने मुझसे कहा कि मुझे कोविड-19 मरीजों की सेवा जारी रखनी चाहिए क्योंकि इस वक्त डॉक्टरों की बहुत जरूरत है। पेनुरकर ने कहा कि उन्होंने अकेले ही पिता का अंतिम संस्कार किया और अगले दिन शाम में ड्यूटी से जुड़ गए। उन्होंने कहा, सौभाग्य से मेरी मां और भाई अब ठीक हो रहे हैं।