Edited By Anil dev,Updated: 19 Mar, 2021 12:00 PM
देश में हर दिन आने वाले कोरोना के मामले अब चिंता का विषय बन गए हैं। एक दिन में कोविड-19 के 39,726 नए मामले सामने आए जो इस साल एक दिन में संक्रमण के सर्वाधिक मामले हैं। देश में 110 दिनों बाद रिकॉर्ड पहली बार 39 हजार से ज्यादा कोरोना केस आए हैं।
नेशनल डेस्क: देश में हर दिन आने वाले कोरोना के मामले अब चिंता का विषय बन गए हैं। एक दिन में कोविड-19 के 39,726 नए मामले सामने आए जो इस साल एक दिन में संक्रमण के सर्वाधिक मामले हैं। देश में 110 दिनों बाद रिकॉर्ड पहली बार 39 हजार से ज्यादा कोरोना केस आए हैं। देश में इस वैश्विक महामारी के मामलों की संख्या 1,15,14,331 पर पहुंच गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के शुक्रवार को जारी आंकड़ों के अनुसार कोरोना वायरस के मामलों में लगातार नौवें दिन वृद्धि हुई है।
चार करोड़ कोरोना टीका लगे
देश में 16 जनवरी को कोरोना का टीका लगाए जाने की अभियान की शुरुआत हुई थी। 18 मार्च तक देशभर में 3 करोड़ 93 लाख 39 हजार 817 कोविड-19 का टीका दिया जा चुका है। बीते दिन 22 लाख 2 हजार 861 लोगों को टीका लगा। वैक्सीन की दूसरी खुराक देने का अभियान 13 फरवरी से शुरू हुआ था।
देश में अब भी 2,71,282 मरीजों का चल रहा है इलाज
देश में अब भी 2,71,282 मरीज इलाज करा रहे हैं जो संक्रमण के कुल मामलों का 2.36 प्रतिशत है जबकि इस बीमारी से ठीक होने वाले लोगों की संख्या गिरकर 96.26 प्रतिशत रह गई है। सुबह आठ बजे तक जारी आंकड़ों के अनुसार, एक दिन में आए 39,726 मरीजों की संख्या 110 दिनों में सबसे अधिक है जबकि 154 लोगों की मौत होने से मृतक संख्या बढ़कर 1,59,370 हो गई है। इससे पहले 29 नवंबर को 24 घंटों में संक्रमण के 41,810 नए मामले सामने आए थे। आंकड़ों के मुताबिक इस बीमारी से ठीक होने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 1,10,83,679 हो गई है जबकि मृत्यु दर 1.38 प्रतिशत हो गई है।
फ्रांस में कोरोना की तीसरी लहर-पेरिस में 1 महीने का लॉकडाउन
18 मार्च तक 23,13,70,546 नमूनों की हुई जांच
भारत में कोविड-19 के मामले सात अगस्त को 20 लाख का आंकड़ा पार कर गए थे। इसके बाद संक्रमण के मामले 23 अगस्त को 30 लाख, पांच सितंबर को 40 लाख और 16 सितंबर को 50 लाख से पार चले गए थे। वैश्विक महामारी के मामले 28 सितंबर को 60 लाख, 11 अक्टूबर को 70 लाख, 29 अक्टूबर को 80 लाख, 20 नवंबर को 90 लाख और 19 दिसंबर को एक करोड़ का आंकड़ा पार कर गए थे। भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद के मुताबिक 18 मार्च तक 23,13,70,546 नमूनों की जांच की जा चुकी है।