Edited By Anil dev,Updated: 07 Jul, 2022 11:23 AM
चीन के ऐतराज को दरकिनार करते हुए भारत अगले साल न सिर्फ जम्मू-कश्मीर बल्कि लद्दाख में भी जी-20 की बैठकें कर सकता है। इसे भारत की तरफ से चीन को सख्त और दो टूक संदेश के तौर पर देखा जा सकता है। भारत इस साल 1 दिसम्बर को जी-20 की अध्यक्षता संभालेगा। उसने...
नेशनल डेस्क: चीन के ऐतराज को दरकिनार करते हुए भारत अगले साल न सिर्फ जम्मू-कश्मीर बल्कि लद्दाख में भी जी-20 की बैठकें कर सकता है। इसे भारत की तरफ से चीन को सख्त और दो टूक संदेश के तौर पर देखा जा सकता है। भारत इस साल 1 दिसम्बर को जी-20 की अध्यक्षता संभालेगा। उसने 2023 में जी-20 नेताओं के शिखर सम्मेलन के लिए जम्मू-कश्मीर के नाम का प्रस्ताव दिया है।
शिखर सम्मेलन से पहले भी जी-20 की कई बैठकें होंगी। भारत ने वेन्यू के तौर पर लद्दाख के नाम का भी प्रस्ताव दिया है। लद्दाख में लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (एलएसी) पर भारत और चीन की सेनाओं के बीच पिछले करीब दो सालों से तनाव का माहौल है। कुछ जगहों पर दोनों देशों की सेनाएं पीछे हटी हैं, लेकिन गतिरोध अभी बरकरार है।
रिपोर्ट के मुताबिक, लद्दाख प्रशासन ने जी-20 मीटिंग को लेकर तैयारियां शुरू कर दी हैं। एल.जी.आर.के. मतुआ ने बैठक को लेकर एक सीनियर आई.ए.एस. अफसर और एक आई.पी.एस. अफसर को विदेश मंत्रालय के साथ समन्वय के लिए नोडल-ऑफिसर नियुक्त किया है।