Edited By Anil dev,Updated: 06 Jul, 2022 11:28 AM
भारतीय वायु सेना (आईएएफ) ने मंगलवार को कहा कि उसे "अग्निपथ" भर्ती योजना के तहत 7.5 लाख आवेदन प्राप्त हुए हैं।
नेशनल डेस्क: भारतीय वायु सेना (आईएएफ) ने मंगलवार को कहा कि उसे "अग्निपथ" भर्ती योजना के तहत 7.5 लाख आवेदन प्राप्त हुए हैं। विवादों से इतर आवेदकों ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। योजना के तहत पंजीकरण प्रक्रिया 24 जून से शुरू हुई और मंगलवार को समाप्त हो गयी।
14 जून को योजना की घोषणा के बाद लगभग एक सप्ताह तक इसके खिलाफ कई राज्यों में हिंसक विरोध प्रदर्शन हुए। विभिन्न विपक्षी दलों ने इसे वापस लेने की मांग की। वायुसेना ने ट्वीट किया, ''अग्निपथ भर्ती योजना के लिए आईएएफ द्वारा आयोजित ऑनलाइन पंजीकरण प्रक्रिया पूरी हो गई है।'' इसमें कहा गया है, ''पहले 6,31,528 आवेदनों की तुलना में इस बार 7,49,899 आवेदन प्राप्त हुए हैं, जो किसी भी भर्ती प्रक्रिया में सबसे ज्यादा हैं।''
गौरतलब है कि अग्निपथ योजना 14 जून को घोषित की गई थी, जिसमें साढ़े 17 साल से 21 साल के बीच के युवाओं को केवल चार वर्ष के लिए सेना में भर्ती करने का प्रावधान है। चार साल बाद इनमें से केवल 25 प्रतिशत युवाओं की सेवा नियमित करने का प्रावधान है। इस योजना के खिलाफ कई राज्यों में विरोध प्रदर्शन होने के बाद सरकार ने 2022 में भर्ती के लिए ऊपरी आयु सीमा को इस साल के लिए बढ़ाकर 23 वर्ष कर दिया है।
कई भाजपा शासित राज्यों ने यह भी घोषणा की कि ''अग्निपथ योजना के तहत सशस्त्र बलों में शामिल किए गए सैनिकों'' को राज्य पुलिस बलों में भर्ती के लिए प्राथमिकता दी जाएगी। हालांकि, सशस्त्र बलों ने कहा है कि नयी भर्ती योजना के खिलाफ हिंसक विरोध और आगजनी करने वालों को इसमें शामिल नहीं किया जाएगा।