Edited By Anil dev,Updated: 24 Jul, 2021 03:56 PM
राजधानी दिल्ली में महज 22 मिनट में 23 किलोमीटर की दूरी तय कर इंसानी लिवर को समय रहते अस्पताल पहुंचाया गया जिसके चलते अंतिम अवस्था में कोमा में चले गए सीमा सुरक्षा बल के 42 वर्षीय एक कर्मी जान बचा ली गई। बी.एल.के.-मैक्स सुपर स्पैशलिटी हॉस्पिटल...
नेशनल डेस्क: राजधानी दिल्ली में महज 22 मिनट में 23 किलोमीटर की दूरी तय कर इंसानी लिवर को समय रहते अस्पताल पहुंचाया गया जिसके चलते अंतिम अवस्था में कोमा में चले गए सीमा सुरक्षा बल के 42 वर्षीय एक कर्मी जान बचा ली गई। बी.एल.के.-मैक्स सुपर स्पैशलिटी हॉस्पिटल के डॉक्टरों ने ग्वालियर (मध्य प्रदेश) के एक 42 वर्षीय पुरुष मरीज की जान बचाने के लिए एक जीवन रक्षक कैडवेरिक लिवर ट्रांसप्लांट सर्जरी की।
यह काम दिल्ली यातायात पुलिस के सहयोग से ग्रीन कॉरिडोर बनाकर किया गया। एक शव से निकाले गए लिवर को दक्षिण दिल्ली के एक निजी अस्पताल से ग्रीन कॉरिडोर के माध्यम से बी.एल.के.-मैक्स हॉस्पिटल लाया गया। लिवर बिहार के एक 70 वर्षीय पुरुष द्वारा दान किया गया था, जिनकी इंट्राक्रैनियल हैमरेज के कारण मृत्यु हो गई थी।