Edited By Anil dev,Updated: 19 Jul, 2022 01:46 PM
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) के कर्मचारियों की कथित फोन टैपिंग मामले से संबद्ध धनशोधन के मामले में पूछताछ के लिए मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त संजय पांडे दूसरी बार मंगलवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के समक्ष पेश हुए। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
नेशनल डेस्क: नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) के कर्मचारियों की कथित फोन टैपिंग मामले से संबद्ध धनशोधन के मामले में पूछताछ के लिए मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त संजय पांडे दूसरी बार मंगलवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के समक्ष पेश हुए। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के सेवानिवृत्त अधिकारी से इस मामले में संघीय एजेंसी लगातार दूसरी बार मंगलवार को पूछताछ कर रही है।
अधिकारियों ने बताया कि सोमवार की तरह ही अधिकारी से नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) के सुरक्षा ऑडिट के लिए उसके द्वारा शुरू की गई कम्पनी के व्यापार एवं संचालन पर सवाल किए जाएंगे। उनका बयान धनशोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत दर्ज किया जाएगा। पांडे 30 जून को सेवानिवृत्त हो गए थे। मुंबई के पुलिस आयुक्त के रूप में अपने चार महीने के कार्यकाल से पहले, उन्होंने महाराष्ट्र के कार्यवाहक पुलिस महानिदेशक के रूप में सेवाएं दीं।
एनएसई के कर्मचारियों की कथित फोन टैपिंग मामले में सीबीआई और ईडी दोनों ने संजय पांडे के खिलाफ मामला दर्ज किया है। ईडी ने इस महीने की शुरुआत में ‘को-लॉकेशन' घोटाला मामले में भी उनसे पूछताछ की थी। वहीं, केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने सोमवार को कहा था कि उसने पांडे और मुंबई के एक अन्य पूर्व पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह से महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री अनिल देशमुख के खिलाफ 100 करोड़ रुपये की रंगदारी के आरोप में पूछताछ की गई।