एकनाथ शिंदे की वो एक शर्त जिसके आगे पस्त पड़ी महाराष्ट्र सरकार! क्या कुर्सी बचा पाएंगे उद्धव?

Edited By Anil dev,Updated: 22 Jun, 2022 02:57 PM

national news punjab kesari delhi shiv sena eknath shinde

शिवसेना के वरिष्ठ नेता एकनाथ शिंदे के विद्रोह के कारण महाराष्ट्र के सत्तारूढ़ गठबंधन में पैदा हुए राजनीतिक संकट के बीच मुंबई पुलिस ने दादर इलाके में स्थित पार्टी मुख्यालय पर बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों की तैनाती की है।

नेशनल डेस्क: शिवसेना के वरिष्ठ नेता एकनाथ शिंदे के विद्रोह के कारण महाराष्ट्र के सत्तारूढ़ गठबंधन में पैदा हुए राजनीतिक संकट के बीच मुंबई पुलिस ने दादर इलाके में स्थित पार्टी मुख्यालय पर बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों की तैनाती की है। शिंदे के बगावती तेवर अपनाने की खबर सामने आने के बाद पार्टी अध्यक्ष उद्धव ठाकरे के प्रति समर्थन जताने के लिए सैकड़ों कार्यकर्ता शिवसेना भवन के बाहर एकत्रित होने लगे। इसी बीच शिवसेना के बागी नेता एकनाथ शिंदे ने बुधवार को कहा कि महाराष्ट्र के 40 विधायक उनके साथ असम के गुवाहाटी आए हैं और वे सभी, पार्टी के संस्थापक बालासाहेब ठाकरे की 'हिंदुत्व' विचारधारा के लिए प्रतिबद्ध हैं। शिंदे ने यहां पहुंचने के बाद, हवाई अड्डे के बाहर इंतजार कर रहे पत्रकारों से बात करने से इनकार कर दिया था। हालांकि बाद में उन्होंने कहा कि 40 विधायक उनके साथ आए हैं लेकिन वह किसी पर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहते हैं। 

ऐसे में इस वक्त जो सियासी संकट पैदा हुआ है उसके बाद यह सवाल उठ रहा है कि क्या महाराष्ट्र में गिर जाएगी उद्धव ठाकरे की सरकार? इस सवाल के पीछे की वजह एकनाथ शिंदे की वो शर्त है, जिसने महाराष्ट्र की सियासत में भूचाल ला दिया है। सूत्रों के मुताबिक शिंदे ने ठाकरे से साफ कर दिया कि वो शिवसेना में हैं और रहेंगे लेकिन शर्त ये है कि  शिवसेना कांग्रेस एनसीपी को छोड़कर बीजेपी के साथ मिलकर सरकार बना ले। एकनाथ शिंदे को मनाने को लिए खुद राज्य के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने करीब 15 मिनट तक मंगलवार को बातचीत की है। इसी बीच बड़ा सवाल अब यह है कि शिंदे के इस कदम के बाद क्या गिर जाएगी उद्धव सरकार। 

महाराष्ट्र में राजनीतिक संकट के बीच कांग्रेस के मंत्रियों ने मुख्यमंत्री से मुलाकात की
इससे पहले शिवसेना के वरिष्ठ नेता एकनाथ शिंदे के विद्रोह के कारण महाराष्ट्र के सत्तारूढ़ गठबंधन में पैदा हुए राजनीतिक संकट के बीच, कांग्रेस और राकांपा के नेताओं ने मंगलवार शाम यहां मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से मुलाकात की। महाराष्ट्र के सत्तारूढ़ गठबंधन महा विकास अघाडी (एमवीए) में शिवसेना के अलावा कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) भी शामिल हैं। कैबिनेट मंत्रियों बालासाहेब थोराट और कांग्रेस के अशोक चव्हाण ने दक्षिण मुंबई में मुख्यमंत्री के आधिकारिक आवास 'वर्षा' में ठाकरे से मुलाकात की। वहां प्रदेश राकांपा अध्यक्ष और मंत्री जयंत पाटिल भी मौजूद थे। ठाकरे शिवसेना प्रमुख भी हैं। 

सभी की निगाहें अब शरद पवार पर
सभी की निगाहें अभी राकांपा अध्यक्ष शरद पवार पर हैं जिनकी शिवसेना नीत एमवीए के गठन में अहम भूमिका रही है। पवार शीघ्र ही नयी दिल्ली से मुंबई पहुंचने वाले हैं। पवार ने दिल्ली में अगले महीने होने वाले राष्ट्रपति चुनाव के लिए आम सहमति से उम्मीदवार पर विचार की खातिर विपक्षी दलों की महत्वपूर्ण बैठक बुलाई थी। इस बीच महाराष्ट्र के कांग्रेस प्रभारी सचिव एच. के. पाटिल ने पार्टी के सभी 44 विधायकों से अलग-अलग बातचीत की। कांग्रेस के एक नेता ने कहा कि पाटिल ने विधायकों के साथ राज्य की मौजूदा राजनीतिक स्थिति पर चर्चा की।

Related Story

India

397/4

50.0

New Zealand

327/10

48.5

India win by 70 runs

RR 7.94
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!