Edited By Anil dev,Updated: 16 Mar, 2021 12:58 PM
डॉ.अम्बेडकर के साथ संविधान की ड्राफ्टिंग कमिटी में काम करने वाले 107 वर्षीय केवल कृष्ण को सोमवार को कोविड-19 टीके की पहली खुराक दी गई। वर्ष 1918 में फैले घातक स्पेनिश फ्लू के दौरान केवल कृष्ण की उम्र केवल पांच वर्ष थी। उनके बेटे अनिल कृष्ण ने यह...
नेशनल डेस्क; डॉ.अम्बेडकर के साथ संविधान की ड्राफ्टिंग कमिटी में काम करने वाले 107 वर्षीय केवल कृष्ण को सोमवार को कोविड-19 टीके की पहली खुराक दी गई। वर्ष 1918 में फैले घातक स्पेनिश फ्लू के दौरान केवल कृष्ण की उम्र केवल पांच वर्ष थी। उनके बेटे अनिल कृष्ण ने यह जानकारी दी। अनिल कृष्ण ने कहा, कोरोना वायरस के चलते मार्च 2020 में लगे लॉकडाउन के बाद से 107 वर्षीय केवल कृष्ण पहली बार टीका लगवाने के लिए दक्षिणी दिल्ली स्थित अपने आवास से बाहर निकले।
उन्होंने कहा, लॉकडाउन के बाद से हमने उन्हें घर में ही सुरक्षित रखने का निर्णय किया था। आज, हम उन्हें कार में बैठाकर उस अस्पताल में कोविड-19 टीका लगवाने लाए, जहां 2019 में केवल कृष्ण का ऑपरेशन हुआ था। टीका लगवाने के बाद उन्हें घर ले जाया गया। अनिल कृष्ण ने कहा कि वह अच्छा महसूस कर रहे हैं और उन्हें टीका लगने के बाद कोई प्रतिकूल प्रभाव सामने नहीं आया है। उन्होंने कहा कि केवल कृष्ण ने घर वापस आकर पूजा भी की।
72 वर्षीय अनिल कृष्ण ने कहा, कोविड-19 महामारी की शुरुआत के बाद हमने पिताजी से 1918 के स्पेनिश फ्लू के बारे में जानना चाहा। हालांकि, उस समय वह केवल पांच साल के थे इसलिए इस बारे में उन्हें ज्यादा याद नहीं है। उन्होंने बताया कि उनके पिता का जन्म चार अगस्त 1913 को जालंधर जिले के करतारपुर में हुआ था।