किसान प्रतिनिधियों और केंद्र के बीच नए दौर की बातचीत के बीच कांग्रेस ने शनिवार को कहा कि सरकार को अपनी हठ छोड़कर केंद्रीय कृषि कानूनों को निरस्त करना चाहिए। किसान प्रतिनिधियों और केंद्र सरकार के मंत्रियों के बीच बैठक से पहले कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरेवाला ने ट्वीट किया, मोदी जी, राजहठ त्यागिये, राजधर्म मानिये! अन्नदाता की सुनें, काले क़ानूनों को निरस्त करें। वरना, इतिहास ने कभी अहंकार को माफ़ नही किया।
नेशनल डेस्क: किसान प्रतिनिधियों और केंद्र के बीच नए दौर की बातचीत के बीच कांग्रेस ने शनिवार को कहा कि सरकार को अपनी हठ छोड़कर केंद्रीय कृषि कानूनों को निरस्त करना चाहिए। किसान प्रतिनिधियों और केंद्र सरकार के मंत्रियों के बीच बैठक से पहले कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरेवाला ने ट्वीट किया, मोदी जी, राजहठ त्यागिये, राजधर्म मानिये! अन्नदाता की सुनें, काले क़ानूनों को निरस्त करें। वरना, इतिहास ने कभी अहंकार को माफ़ नही किया।
उन्होंने कहा कि बिहार का किसान एमएसपी-एपीएमसी के बिना बेहद मुसीबत में है और अब प्रधानमंत्री ने पूरे देश को इसी कुएं में धकेल दिया है। ऐसे में देश के अन्नदाता का साथ देना हमारा कर्तव्य है। किसानों के आंदोलन में महिलाओं की भागीदारी से जुड़ी खबर का हवाला देते हुए उन्होंने कहा, आंदोलन में शामिल महिला किसान की शक्ति और संकल्प भी भारत के नारीवाद का एक पहलू है। कृषि कानूनों के रद्द होने तक ये डटकर मोदी सरकार के अत्याचारों का सामना कर रही हैं। अपने अधिकार की लड़ाई में उतरीं इन सभी बहनों को नमन!
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