Edited By Anil dev,Updated: 15 Apr, 2021 11:45 AM
गुजरात सरकार ने यहां के सिविल अस्पताल के बाहर कोविड-19 रोगियों को लेकर एंबुलेंस की कतार लगी होने पर कहा कि प्रोटोकॉल के अनुसार रोगियों को भर्ती किया जा रहा है। सरकार ने कहा कि एंबुलेंस की कतार लगने को हालात संभालने में अस्पताल की क्षमता से जोडऩा ठीक...
नेशनल डेस्क: गुजरात सरकार ने यहां के सिविल अस्पताल के बाहर कोविड-19 रोगियों को लेकर एंबुलेंस की कतार लगी होने पर कहा कि प्रोटोकॉल के अनुसार रोगियों को भर्ती किया जा रहा है। सरकार ने कहा कि एंबुलेंस की कतार लगने को हालात संभालने में अस्पताल की क्षमता से जोडऩा ठीक नहीं है।
शहर के असरवा इलाके में सिविल अस्पताल परिसर में कोविड-19 रोगियों के लिए 1,200 बिस्तरों का अस्पताल है। अस्पताल के बाहर पिछले सप्ताह से इस तरह कोविड-19 रोगियों को लेकर एंबुलेंस की कतार देखी जा रही है। राज्य में महामारी के बिगड़ते हालात पर सुनवाई के दौरान गुजरात उच्च न्यायालय ने हाल ही में कहा था, सिविल अस्पताल के बाहर 40 से अधिक एंबुलेंस कतार में खड़ी देखी गयीं। सरकार ने अदालत में अपने जवाब में कहा था कि एंबुलेंस की कतार लगना अस्पताल की क्षमता मापने का मानदंड नहीं हो सकता।
दिल्ली में पड़ने लगी कब्रिस्तान और श्मशान में संसाधनों की कमी
वहीं दिल्ली में कोरोना वायरस से दम तोडऩे वालों की संख्या बढऩे के कारण कब्रिस्तान और श्मशान में संसाधनों की कमी पडऩे लगी है। आईटीओ के पास कब्रिस्तान अहले इस्लाम के मशकूर राशिद ने कहा कि पिछले एक सप्ताह से औसतन यहां रोज 10-15 शव दफनाए जा रहे हैं. कल 18 शव दफनाए गए।