Edited By Anil dev,Updated: 19 Aug, 2022 12:20 PM
गुजरात के मेहसाणा स्थित पंचोट गांव में एक खास तरह के जमींदार हैं, जिनके बारे में सुनकर आपके भी होश उड़ जाएंगे। दरअसल ये जमींदार कोई इंसान नहीं बल्कि कुत्ते हैं। जी हां, यह सुनने में भले ही अजीब लग रहा हो लेकिन यह बात बिल्कुल सच है।
नेशनल डेस्क: गुजरात के मेहसाणा स्थित पंचोट गांव में एक खास तरह के जमींदार हैं, जिनके बारे में सुनकर आपके भी होश उड़ जाएंगे। दरअसल ये जमींदार कोई इंसान नहीं बल्कि कुत्ते हैं। जी हां, यह सुनने में भले ही अजीब लग रहा हो लेकिन यह बात बिल्कुल सच है। इस गांव में मौजूद कुत्ते करोड़पति हैं। ये कुत्ते गांव में ट्रस्ट के नाम पड़ी जमीन से करोड़ों कमाते हैं। ‘मढ़ नी पती कुतरिया ट्रस्ट’ के पास गांव की 21 बीघा जमीन है। खास बात यह है कि इस जमीन से होने वाली आय कुत्तों के नाम कर दी जाती है।
इस जमीन की कीमत की बात करें, तो बाईपास के पास होने की वजह से इसकी कीमत करीब 3.5 करोड़ रुपए प्रति बीघा है। वहीं, इस ट्रस्ट के पास करीब 70 कुत्ते हैं। ट्रस्ट के अध्यक्ष छगनभाई पटेल की मानें तो कुत्तों में ट्रस्ट का हिस्सा बांटने की परम्परा की जड़ गांव की सदियों पुरानी ‘जीव दया’ प्रथा से जन्मी है जो आज तक चलती आ रही है।
असल में इस परम्परा की शुरूआत अमीर परिवारों ने की थी, जो दान में दिए गए जमीन के छोटे-छोटे टुकड़ों से आरम्भ हुई थी। दान की गई जमीनों से होने वाली कमाई का उपयोग गांव में मौजूद कुत्तों और अन्य जानवरों की देखरेख करने के लिए किया जाता है।