Edited By Angrez Singh,Updated: 15 Jul, 2022 12:41 PM
‘मिशन इस्लाम 2047’ प्रतिबंधित संगठनों ने भारत को ध्यान में रखकर तैयार किया। इसका मुख्य मकसद भारत को 2047 तक मुस्लिम राष्ट्र बनाना था। कई स्तर की प्लानिंग मिशन को सफल बनाने के लिए की गई। इसके अंतर्गत ऐसे लोगों का चयन देश के अलग-अलग कोने से करना जो इस...
नेशनल डेस्क: ‘मिशन इस्लाम 2047’ प्रतिबंधित संगठनों ने भारत को ध्यान में रखकर तैयार किया। इसका मुख्य मकसद भारत को 2047 तक मुस्लिम राष्ट्र बनाना था। कई स्तर की प्लानिंग मिशन को सफल बनाने के लिए की गई। इसके अंतर्गत ऐसे लोगों का चयन देश के अलग-अलग कोने से करना जो इस तरह की सोच को सपोर्ट करते हों, ऐसे लोगों को विशेष ट्रेनिंग दी जाती थी।
लोगों की सोच अपने तर्कों से बदलने का काम करना भी इसमें शामिल था। दो समुदायों के बीच ट्रेनिंग के दौरान विद्वेष फैलाने का काम करना भी इसके अंतर्गत आता था। इस्लामिक राष्ट्र बनाने का रोडमैप भी मिला। मुहिम चलाने से संबंधित दस्तावेज मिशन-2047 बरामद किया गया। अब पुलिस इनके आगे के लिंक खंगाल रही है।
ए.एस.पी. मनीष कुमार ने बताया कि 6 और 7 जुलाई को फुलवारी शरीफ में मार्शल आर्ट की ट्रेनिंग के नाम पर कैंप लगाया गया था। चरमपंथी सोच के लोग इस ट्रेनिंग कैंप में आए। लोगों को तलवार, चाकू चलाने की ट्रेनिंग दी गई। इस दौरान उन्हें 2 समुदायों के बीच विद्वेष फैलाने वाले शब्द और नारे भी सिखाए गए। बिहार पुलिस का कहना है कि यह पूरा क्रियाकलाप एक सी.सी.टी.वी. फुटेज में भी कैद है।
पटना पुलिस ने बताया कि ट्रेनिंग कैंप में बिहार के अलावा झारखंड, तमिलनाडु, केरल और पश्चिम बंगाल के लोग भी शामिल थे। इस तरह इन राज्यों से ‘मिशन इस्लाम 2047’ के तार जुड़े होने का खुलासा हुआ है। ‘मिशन इस्लाम 2047’ को तुर्की और पाकिस्तान से मदद मिलने की बात कही जा रही है। बता दें कि 83 लाख रुपए गिरफ्तार अतहर के विभिन्न बैंकों के अकाऊंट में जमा मिले हैं।