Edited By Angrez Singh,Updated: 08 Jul, 2022 12:05 PM
जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में राकेट लॉन्चर का गोला फटने से शहीद हुए जवान ऋषिकेश चौबे का पार्थिव शरीर बृहस्पतिवार को घर पहुंचते ही सबकी आंखें नम हो गईं। उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए तांता लगा रहा। इसके पहले गोरखा रेजीमेंट के जवानों ने श्रद्धांजलि...
नेशनल डेस्क: जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में राकेट लॉन्चर का गोला फटने से शहीद हुए जवान ऋषिकेश चौबे का पार्थिव शरीर बृहस्पतिवार को घर पहुंचते ही सबकी आंखें नम हो गईं। उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए तांता लगा रहा। इसके पहले गोरखा रेजीमेंट के जवानों ने श्रद्धांजलि दी।
ऋषिकेश का पार्थिव शरीर ताबूत में देखकर उनकी मां, पत्नी बेहोश हो गए। सात महीने पहले ही ऋषिकेश की शादी हुई थी। सभी परिजनों का पार्थिव शरीर को देखकर बुरा हाल हो गया। शहीद ऋषिकेश का परिवार मूल रूप से देवरिया के सोहनपुर क्षेत्र के बनकटा का रहने वाला है। लेकिन 20 साल से गोरखपुर में परिवार रहता है।
आपको बतां दे कि राकेट लॉन्चर का गोला फटने से ऋषिकेश शहीद हो गए थे। अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी थी। उन्होंने बताया कि सैनिक की पहचान सेना की महार रेजिमेंट के सिपाही ऋषिकेश चौबे के रूप में हुई है। अधिकारियों ने बताया कि चौबे उन दो जवानों में शामिल था जो बुधवार शाम झालास फील्ड फायरिंग रेंज में राकेट लॉन्चर का गोला फटने घायल हो गया था। उन्होंने कहा कि चौबे को अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उन्होंने दम तोड़ दिया। जम्मू में एक रक्षा प्रवक्ता ने कहा कि 16 कोर के जनरल ऑफिसर कमांडिंग (जीओसी) लेफ्टिनेंट जनरल मनजिंदर सिंह और सभी आला अधिकारियों ने चौबे के सर्वोच्च बलिदान के लिए उनको नमन किया।