Edited By Anil dev,Updated: 06 Apr, 2021 05:04 PM
कोरोना वायरस महामारी का प्रकोप थमने का नाम नहीं ले रहा है और पिछले 24 घंटों के दौरान करीब 96,982 नये मामले दर्ज किए गए है। कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने सख्त कदम उठाया है। माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने अब...
नेशनल डेस्कः कोरोना वायरस महामारी का प्रकोप थमने का नाम नहीं ले रहा है और पिछले 24 घंटों के दौरान करीब 96,982 नये मामले दर्ज किए गए है। कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने सख्त कदम उठाया है। माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने अब गुफा में प्रसाद चढ़ाने और पुजारियों द्वारा श्रद्धालुओं को तिलक लगाने की परंपरा पर रोक लगा दी है। हालांकि अभी यात्रा पर रोक नहीं लगाई गई है और भक्त माता वैष्णो देवी के दर्शन के लिए जा सकते हैं।
पिछले साल माता वैष्णो देवी की यात्रा में कोरोना महामारी के चलते काफी गिरावट दर्ज की गई। मौजूदा नए साल 2021 में मां वैष्णो देवी के दर्शन हेतु जाने वाले भक्तों की संख्या में काफी बढ़ोतरी हुई है। आंकड़े बताते हैं कि जारी 2021 के पहले 3 महीनों के दौरान 13.23 लाख में श्रद्धालु वैष्णो देवी में नमन के लिए पहुंचे हैं।
पंजीकरण कक्ष से मिली जानकारी के अनुसार जारी 2021 के जनवरी माह में 408061 फरवरी माह में 389744, मार्च माह में 525198 श्रद्धालुओं द्वारा वैष्णो देवी भवन पर पहुंचकर मां भगवती की प्राकृतिक पिंडियों के समक्ष नमन कर आशीर्वाद प्राप्त किया गया है। अनुमान लगाया जा रहा है कि आखिरी महीनों में यह आंकड़ा बढ़ता ही जाएगा।
आंकड़ों पर गौर करें तो 2020 के दौरान पहले 3 महीनों में 1252734 श्रद्धालुओं द्वारा वैष्णो देवी भवन में नमन किया गया था। जिसके बाद कोरोना महामारी के चलते 18 मार्च से वैष्णो देवी यात्रा को एहतियातन बंद किया गया था। करीब 5 महीनों तक बंद रहने के बाद वैष्णो देवी यात्रा 16 अगस्त को केंद्र सरकार द्वारा जारी एसओपी के तहत बहाल हो पाई थी। जिस में भी श्रद्धालुओं की संख्या को सरकार द्वारा सीमित किया गया था।