Edited By Anil dev,Updated: 07 Apr, 2021 05:32 PM
महाराष्ट्र सरकार की आलोचना करने के लिए शिवसेना नेता संजय राउत ने बुधवार को विपक्षी भारतीय जनता पार्टी को आड़े हाथ लेते हुये कहा कि कोविड-19 के प्रसार की रोकथाम के लिये राज्य सरकार द्वारा लागू किए गए प्रतिबंधों का विपक्षी दल ने पहले तो समर्थन किया और...
नेशनल डेस्क: महाराष्ट्र सरकार की आलोचना करने के लिए शिवसेना नेता संजय राउत ने बुधवार को विपक्षी भारतीय जनता पार्टी को आड़े हाथ लेते हुये कहा कि कोविड-19 के प्रसार की रोकथाम के लिये राज्य सरकार द्वारा लागू किए गए प्रतिबंधों का विपक्षी दल ने पहले तो समर्थन किया और अब वह विरोध कर रही है। राउत ने संवाददाताओं से बातचीत करते हुए कहा कि देश में विपक्षी दलों को महामारी को लेकर राजनीति बंद करनी चाहिये । सांसद ने कहा, शुरूआत में विपक्षी भारतीय जनता पार्टी ने कठोर प्रतिबंध लगाने के दौरान सहयोग के लिये मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की अपील का समर्थन किया, लेकिन अब यह आलोचना कर रही है।
उन्होंने कहा कि प्रत्येक जीवन महत्वपूर्ण है और यही कारण है कि इसमे राजनीति से बचना चाहिए। उन्होंने कहा कि गुजरात में, जहां भाजपा की सरकार है, उच्च न्यायालय ने लॉकडाउन लागू करने का आदेश दिया है लेकिन महाराष्ट्र में यह पार्टी विरोध कर रही है। राउत ने कहा, कोई भी सरकार ऐसा निर्णय करके खुश नहीं होती है । हर व्यक्ति को यह समझना चाहिये कि यह आपात स्थिति है। पिछले कुछ दिनों में प्रदश में कोरोना वायरस संक्रमण के नये मामलों में हुयी जबरदस्त बढ़ोत्तरी के बाद रविवार को महाराष्ट्र सरकार ने सोमवार से 30 अप्रैल तक सप्ताहांत पर लॉकडाउन और रात का कफ्र्यू लगाने की घोषणा की थी । इसके अलावा राज्य सरकार ने निजी कार्यालयों, थियेटरों एवं सैलूनों को बंद करने का भी ऐलान किया है।
इसके अलावा सप्ताह के अन्य दिनों में दिन के समय में निषेधाज्ञा भी लागू किया गया है। वरिष्ठ भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस ने रविवार को महाराष्ट्र में लोगों से कोविड-19 के प्रसार की रोकथाम के लिये सरकार द्वारा लागू किये गये प्रतिबंधों एवं सप्ताहांत के लॉकडाउन का पालन करने की अपील की थी हालांकि, मंगलवार को उन्होंने मुख्यमंत्री को एक पत्र लिखा, जिसमें उन्होंने कहा, जब आपने मुझसे वायरस के प्रसार की रोकथाम के लिए कठोर प्रतिबंध लगाने की आवश्यकता के बारे में बात की थी, तो हम सहमत थे क्योंकि लॉकडाउन केवल दो दिनों के लिए था। लेकिन सप्ताह के शेष पांच दिनों के लिए लॉकडाउन जैसे प्रतिबंधों के कारण लोगों में अशांति पैदा हुई है। उन्होंने कहा, अघोषित लॉकडाउन के कारण खुदरा व्यापारी, छोटे व्यवसायी एवं सैलून प्रभावित होंगे।