Edited By Anil dev,Updated: 15 Feb, 2021 05:08 PM
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा अंगदान को महादान बताए जाने से प्रभावित होकर अपना किडनी दान कर एक व्यक्ति को नया जीवन देने वाली कोलकाता की मानसी हलदर (48) को उस समय खुशी का ठिकाना नहीं रहा जब प्रधानमंत्री ने खुद उनके इस काम की सराहना की।...
नेशनल डेस्क: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा अंगदान को महादान बताए जाने से प्रभावित होकर अपना किडनी दान कर एक व्यक्ति को नया जीवन देने वाली कोलकाता की मानसी हलदर (48) को उस समय खुशी का ठिकाना नहीं रहा जब प्रधानमंत्री ने खुद उनके इस काम की सराहना की। प्रधानमंत्री ने हलदर को भेजे एक प्रशंसा पत्र में कहा कि उनकी नि:स्वार्थ सेवा भाव की जितनी सराहना की जाए वह कम है।
हलदर ने प्रधानमंत्री मोदी का एक भाषण सुना था जिसमें उन्होंने अंगदान को महादान बताया था। इससे प्रभावित होकर उन्होंने 2014 में अपनी एक किडनी एक जरूरतमंद को दान कर दी। कुछ महीने पूर्व ही हलदर ने एक पत्र लिखकर कर प्रधानमंत्री मोदी को इस घटना से अवगत कराया था। पिछले दिनों उन्हें प्रधानमंत्री का जवाबी पत्र मिला। पत्र में प्रधानमंत्री ने लिखा, यह बात मेरे दिल को छू गई कि आपने एक महत्वपूर्ण जीवन को बचाने के लिए अपनी किडनी दान कर दी। इस नि:स्वार्थ भाव की जितनी सराहना की जाए वह कम है। त्याग और सेवा भाव हमारी संस्कृति और परंपरा के केंद्र में रहे हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि अंगदान महादान है क्योंकि अंग पाने वाले व्यक्ति को इससे नया जीवन मिलता है। उन्होंने कहा कि अपने देश में लाखों ऐसे लोग हैं जिन्हें ऐसी जरूरते हैं और इससे बड़ा दान कुछ भी नहीं हो सकता। मोदी ने लिखा, आपका सेवाभाव बहुत ही प्रेरक है। इससे कई लोग प्रभावित होंगे और इससे अंगदान जैसे मानवीय प्रयासों को बल मिलेगा। प्रधानमंत्री ने इस दिशा में अधिक से अधिक जागरूकता फैलाने का आह्वान करते हुए कहा कि अंगदान को जन आंदोलन बनाकर बहुत सारे जरूरतमंदों की मदद की जा सकती है। हलदर ने कहा कि उनका अपना स्वास्थ्य तो अच्छा है ही, उन्होंने जिसे अपनी किडनी दान की थी वह भी स्वस्थ हैं।