Edited By Anil dev,Updated: 18 Jan, 2021 12:28 PM
नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष और जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला कई बार ऐसे बयान दिए हैं जिसको सुनकर लोग अपनी हंसी नहीं रोक पाएं है। ऐसा ही एक बार देखने को मिला। दरअसल फारूक अब्दुल्ला ने एक किताब विमोचन समारोह में कहा कि कोरोना वायरस...
नेशनल डेस्क: नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष और जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला कई बार ऐसे बयान दिए हैं जिसको सुनकर लोग अपनी हंसी नहीं रोक पाएं है। ऐसा ही एक बार देखने को मिला। दरअसल फारूक अब्दुल्ला ने एक किताब विमोचन समारोह में कहा कि कोरोना वायरस ने बड़ी अजीब स्थिति उत्पन्न कर दी है और जब से यह महामारी आई है तब से उन्होंने अपनी पत्नी का चुंबन तक नहीं लिया है। इसपर दर्शक ठहाके लगाकर हंस पड़े।
वीडियो क्लिप हुआ सोशल मीडिया पर वायरल
उन्होंने कहा कि स्थिति यह है कि कोई भी हाथ मिलाने या गले लगने तक से डरता है। अब्दुल्ला ने कहा, यहां तक कि मैं अपनी पत्नी का चुंबन तक नहीं ले सकता। गले लगने का तो सवाल ही नहीं है जबकि दिल ऐसा करना चाहता है। मैं बिलकुल सही कह रहा हूं। इसपर वहां मौजूद दर्शक ठहाके लगाकर हंसने लगे। उनकी इस टिप्पणी की एक वीडियो क्लिप सोशल मीडिया पर वायरल हो गई है।
फारूक अब्दुल्ला का 4जी इंटरनेट सेवा बहाल करने का अनुरोध किया
इससे पहले फारूक अब्दुल्ला ने रविवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से जम्मू कश्मीर में 4जी इंटरनेट सेवा बहाल करने का अनुरोध किया और कहा कि इस सेवा के अभाव में लोगों को कई दिक्कतें हो रही हैं। अब्दुल्ला ने कोविड-19 रोधी टीके की सफलता के लिए दुआ की और कहा कि लोगों को समृद्धि एवं विकास के लिए हर कीमत पर सांप्रदायिक सौहार्द तथा भाईचारा बनाए रखना चाहिए। उन्होंने यहां एक पुस्तक विमोचन कार्यक्रम में कहा, प्रधानमंत्री कहते हैं कि भारत में 5जी आ रहा है, जबकि हम 4जी (मोबाइल इंटरनेट सेवा) से भी वंचित हैं। वह कुर्सी छोडऩे के बाद यहां आएं और रहकर देखें कि हम 2जी (सेवा) के साथ कैसे जी रहे हैं। पिछले साल अगस्त में समूचे जम्मू कश्मीर में 4जी सेवाएं बंद कर दी गई थीं। जम्मू कश्मीर का विशेष दर्जा खत्म कर इसे दो केंद्रशासित प्रदेशों में विभाजित किए जाने के बाद यह कदम उठाया गया था। हालांकि, दो जिलों में, जम्मू के उधमपुर और कश्मीर के गंदेरबल में सालभर से अधिक समय बाद यह सेवाएं बहाल कर दी गई थी, लेकिन शेष 18 जिलों में यह अब भी निलंबित है।