हाईकोर्ट के एक फैसले से SC के जजों को आया गुस्सा, बोले- इसे पढ़कर सिर पर लगाना पड़ा 'बाम'

Edited By Anil dev,Updated: 13 Mar, 2021 11:50 AM

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सुप्रीम कोर्ट ने हिमाचल हाईकोर्ट के फैसला लिखने के तरीके पर कड़ी नाराजगी जाहिर की है। मामले की सुनवाई कर रही पीठ में शामिल जज ने कहा, फैसला पढ़कर हमें टाइगर बाम लगाने की नौबत आ गई। उन्होंने कहा कि  फैसला सरल भाषा में होना चाहिए, उसमें थीसिस नहीं...

नेशनल डेस्क: सुप्रीम कोर्ट ने हिमाचल हाईकोर्ट के फैसला लिखने के तरीके पर कड़ी नाराजगी जाहिर की है। मामले की सुनवाई कर रही पीठ में शामिल जज ने कहा, फैसला पढ़कर हमें टाइगर बाम लगाने की नौबत आ गई। उन्होंने कहा कि  फैसला सरल भाषा में होना चाहिए, उसमें थीसिस नहीं होनी चाहिए।

क्या है मामला
न्यायमूर्ति डी.वाई. चंद्रचूड़ और न्यायमूर्ति एम.आर. शाह की पीठ ने संविधान के अनुच्छेद- 226 के तहत दायर एक याचिका में हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय की खंडपीठ द्वारा पारित एक आदेश के खिलाफ दायर एक अपील पर सुनवाई कर रही थी, जो केंद्र सरकार के लेबर कोर्ट के अवार्ड के मामले से संबंधित है। सुनवाई के समय पीठ के जज न्यायमूर्ति डी.वाई. चंद्रचूड़ ने कहा कि हमें समझ नहीं आ रहा है कि फैसले में क्या लिखा है। उनके साथी जज ने भी कहा कि मेरी समझ से यह बाहर है। उन्होंने हंसते हुए कहा कि इसे पढऩे के बाद उन्हें टाइगर बाम का इस्तेमाल करना पड़ा। 

अटपटे तरीके से लगा हुआ था कोमा
जस्टिस शाह ने कहा, मैं फैसले में कुछ नहीं समझ पाया। उसमें बड़े-बड़े वाक्य हैं। कुछ समझ में नहीं आया कि शुरू में क्या कहा गया था और अंत में क्या। एक कोमा दिखा जो अटपटे तरीके से लगा हुआ था। फैसले को पढऩे के मुझे अपनी समझ पर शक होने लगा था। सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ जस्टिस चंद्रचूड़ ने कहा, ये क्या जजमेंट लिखा है। मैं इसे दस बजकर दस मिनट पर पढऩे बैठा और 10.55 तक पढ़ता रहा। हे भगवान! वो हालत बताई नहीं जा सकती, कल्पना से परे है। इस दौरान वे हाईकोर्ट के फैसले को पढ़कर काफी नाराज नजर आए।

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