Edited By Anil dev,Updated: 02 Jan, 2021 04:56 PM
तमिलनाडु के डिंडीगुल से दिल को झकझोर देने वाली इमोशनल घटना देखने को मिली जहां इंदिरा नाम की हेड कांस्टेबल की लंबी बीमारी के चलते मौत हो गई। मृतका के बच्चे शव को करीब 20 दिन तक घर में रखे इस उम्मीद में बैठे रहे कि भगवान उनकी मां को वापस भेजेगा। उनकी...
नेशनल डेस्क: तमिलनाडु के डिंडीगुल से दिल को झकझोर देने वाली इमोशनल घटना देखने को मिली जहां इंदिरा नाम की हेड कांस्टेबल की लंबी बीमारी के चलते मौत हो गई। मृतका के बच्चे शव को करीब 20 दिन तक घर में रखे इस उम्मीद में बैठे रहे कि भगवान उनकी मां को वापस भेजेगा। उनकी मां जिंदा होकर फिर से उनके पास आ जाएंगी।
गुर्दों की बीमारी के चलते हुई महिला की मौत
दरअसल गुर्दों की बीमारी के चलते इंदिरा ने हर जगह इलाज कराया लेकिन कोई असर नहीं हुआ। आखिर बीमारी ज्यादा बढऩे के कारण उसकी मौत हो गई। बीमारी के चलते इंदिरा कई दिनों से थाने भी नहीं आ रही थी। जिसके बाद डिंडीगुल थाने ने एक महिला कांस्टेबल को इंदिरा का पता लगाने के लिए घर भेजा। जैसे ही वो अंदर गई तो पूरा घर बदबू मार रहा था और इंदिरा के बच्चे मिले शव के पास बैठे हुए थे।
मम्मी सो रही हैं उनको उठाना नही
जब कांस्टेबल लेडी ने उनसे मां के बारे में पूछा तो वह बोले कि मम्मी सो रही हैं उनको उठाना नहीं है। क्योंकि भगवान उनको नुकसान पहुंचा देंगे, इसके बाद कांस्टेबल को कुछ शक हुआ तो उन्होंने शव से कपड़ा उठाया तो वह कई दिन पहले मर चुकी थी। पुजारी की सलाह पर बच्चे शव के पास बैठ 20 दिन तक पूजा और प्रार्थना करते रहे। ताकि इंदिरा की आत्मा वापस आ जाए। फिर सूचना मिलने पर पुलिस के अधिकारी मौके पर पहुंचे। पुलिस ने जांच की तो पता चला कि इंदिरा की 7 दिसंबर के दिन ही बेहोश हो चुकी थी। लेकिन बच्चे मां को अस्पताल पुजारी की सलाह अस्पताल लेकर नहीं गए थे।
बच सकती थी महिला की जान
पुजारी का कहना था कि अगर वह मां को अस्पताल लेकर जाएंगे तो भगवान इंदिरा की रक्षा नहीं करेंगे। इसके बाद महिला के शव को पोस्मार्टम के लिए अस्पताल ले जाया गया। वहीं इस घटना के बाद पूरे इलाके में दहशत का माहौल है। दूसरी तरफ पुलिस उस पुजारी का पता लगाने में जुटी हुई है जिसने महिला को अस्पताल नहीं ले जाने दिया। पुलिस का कहना है कि अगर महिला को सही समय पर डॉक्टर के पास ले जाया होता तो आज उसकी जान बच गई होती।