Edited By Anil dev,Updated: 24 Jul, 2021 03:16 PM
ओलंपिक की भारोत्तोलन स्पर्धा में पदक के लिये भारत का 21 वर्ष का इंतजार खत्म करने वाली मीराबाई चानू ने 49 किलो वर्ग में रजत पदक जीता तो उनकी विजयी मुस्कान ने उन सभी आंसुओं की भरपाई कर दी जो पांच साल पहले रियो में नाकामी के बाद उनकी आंखों से बहे थे ।
नेशनल डेस्क: ओलंपिक की भारोत्तोलन स्पर्धा में पदक के लिये भारत का 21 वर्ष का इंतजार खत्म करने वाली मीराबाई चानू ने 49 किलो वर्ग में रजत पदक जीता तो उनकी विजयी मुस्कान ने उन सभी आंसुओं की भरपाई कर दी जो पांच साल पहले रियो में नाकामी के बाद उनकी आंखों से बहे थे । पांच साल पहले खेलों के महासमर में निराशाजनक पदार्पण के बाद इसी मंच से वह रोती हुई गयी थीं। उनकी इस ऐतिहासिक जीत से भारत पदक तालिका में अभी दूसरे स्थान पर पहुंच गया, देश ने यह उपलब्धि पहले कभी हासिल नहीं की थी।
जैसे ही मीराबाई ने महिला वेटलिफ्टिंग की 49 किलो कैटगिरी में रजत पदक जीता उनके गांव में जश्न शुरू हो गया है। मीराबाई का परिवार और पड़ोसी एक जगह इकट्ठा होकर टीवी पर मीरा को लाइव देख रहे थे। जैसे ही मीराबाई को मेडल मिला सभी खुशी से झूम उठे।
मीराबाई चानू के माता-पिता सैखोम तोम्बी और सैखोम कृति ने कहा कि हमें खुशी है कि उसने भारत के लिए पहला मेडल हासिल किया। हमें उम्मीद थी कि वो गोल्ड मेडल जीतेगी, लेकिन हमें खुशी है कि उसने सिल्वर मेडल जीता. हमें और पूरे देश को उस पर गर्व है। मीराबाई चानू के एक रिश्तेदार ने बताया, 'हम आज बहुत खुश है। यह उनकी कठिन मेहनत का फल है। भारत और मणिपुर को आज उन पर गर्व है।' इस जश्न का वीडियो भी सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है जिसमें रजत पदक जीतने पर सारा गांव खुशी से झूम उठा।
चानू ने 2016 में रियो ओलंपिक के खराब प्रदर्शन को छोड़ दिया पीछे
मणिपुर की 26 साल की भारोत्तोलक ने कुल 202 किग्रा (87 किग्रा + 115 किग्रा) से कर्णम मल्लेश्वरी के 2000 सिडनी ओलंपिक में कांस्य पदक से बेहतर प्रदर्शन किया। इससे उन्होंने 2016 में रियो ओलंपिक के खराब प्रदर्शन को भी पीछे छोड़ दिया जिसमें वह एक भी वैध वजन नहीं उठा सकीं थीं। करियर की इस शानदार जीत के बाद चानू ने पत्रकारों से कहा, ‘‘मैं बहुत खुश हूं, मैं पिछले पांच वर्षों से इसका सपना देख रही थी। इस समय मुझे खुद पर गर्व महसूस हो रहा है। मैंने स्वर्ण पदक की कोशिश की लेकिन रजत पदक भी मेरे लिये बहुत बड़ी उपलब्धि है। '' वह पिछले कुछ महीनों से अमेरिका में ट्रेनिंग कर रही थी। 2016 का अनुभव काफी खराब रहा था और उन्होंने इसके बारे में बात करते हुए कहा था कि बड़े मंच पर अपने पदार्पण के दौरान वह कितनी घबरायी हुई थी।
'पूरा देश मुझे देख रहा था...'
यह पूछने पर कि मणिपुरी होने के नाते इसके क्या मायने है तो उन्होंने कहा, ‘‘मैं इन खेलों में भारत के लिए पहला पदक जीतकर बहुत खुश हूं। मैं सिर्फ मणिपुर की नहीं हूं, मैं पूरे देश की हूं। '' शनिवार को चानू पूरे आत्मविश्वास से भरी थी और पूरे प्रदर्शन के दौरान उनके चेहरे पर मुस्कान रही। और उनके कान में ओलंपिक रिंग के आकार के बूंदे चमक रहे थे जो उनकी मां ने उन्हें भेंट दिये थे। चीन की होऊ जिहुई ने 210 किग्रा (94 किग्रा +116 किग्रा) के प्रयास से स्वर्ण पदक जीता जबकि इंडोनेशिया की ऐसाह विंडी कांटिका ने 194 किग्रा (84 किग्रा +110 किग्रा) के प्रयास से कांस्य पदक अपने नाम किया। स्नैच को चानू की कमजोरी माना जा रहा था, लेकिन उन्होंने पहले ही स्नैच प्रयास में 84 किग्रा वजन उठाया। मणिपुर की इस भारोत्तोलक ने समय लेकर वजन उठाया। उन्होंने अगले प्रयास में 87 किग्रा वजन उठाया और फिर इसे बढ़ाकर 89 किग्रा कर दिया जो उनके व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ 88 किग्रा से एक किग्रा ज्यादा था जो उन्होंने पिछले साल राष्ट्रीय चैम्पियनशिप में बनाया था।
तोक्यो ओलंपिक का इससे अच्छा आगाज नहीं हो सकता था: मोदी
तोक्यो ओलंपिक में भारोत्तोलक मीराबाई चानू के रजत पदक जीतने की प्रशंसा करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को कहा कि भारत उनके शानदार प्रदर्शन से उत्साहित है और खेलों की इस बड़ी स्पर्धा का इससे अच्छा आगाज नहीं हो सकता था। चानू ओलंपिक में रजत पदक जीतने वाली भारत की पहली भारोत्तोलक बन गयी है। मोदी ने ‘चीयर4इंडिया' हैशटैग के साथ ट्वीट किया, ‘‘तोक्यो 2020 की इससे अच्छी शुरुआत नहीं हो सकती थी। भारत मीराबाई चानू के शानदार प्रदर्शन से उत्साहित है। भारोत्तोलन में रजत पदक जीतने के लिए उन्हें बधाई। उनकी सफलता हर भारतीय को प्रेरित करती है।'' मीराबाई चानू ने शनिवार को तोक्यो में 49 किलोग्राम वर्ग में रजत पदक जीतते हुए भारोत्तोलन में भारत का 21 साल का इंतजार खत्म कर दिया और तोक्यो ओलंपिक में देश का खाता खोला।
राहुल बोले- भारत को अपनी बेटी पर गर्व
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने 32वें ओलंपिक खेलों में भारत के लिए पहला पदक जीतने वाली मीराबाई चानू को बधाई देते हुए शनिवार को कहा कि भारत को अपनी इस बेटी पर नाज है। उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘ओलंपिक के पहले दिन हमारे देश को पहला पदक दिलाने के लिए मीराबाई चानू को बधाई। भारत को अपनी बेटी पर नाज है।'' गौरतलब है कि मीराबाई चानू ने शनिवार को तोक्यो में 49 किलोग्राम वर्ग में रजत पदक जीतते हुए भारोत्तोलन में भारत का 21 साल का इंतजार खत्म कर दिया और तोक्यो ओलंपिक में देश का खाता खोला।
हर भारतीय मना रहा है जश्न: अमित शाह
गृहमंत्री अमित शाह ने मीराबाई के परिवार और दोस्तों के इस जश्न का वीडियो शेयर करते हुए ट्वीट किया, 'कितना गर्व का क्षण है। हर भारतीय मीराबाई चानू की ओलंपिक खेलों में इस ऐतिहासिक उपलब्धि की खुशी मना रहा है। आइए मिलकर भारत के लिए चीयर करें।'