Edited By Anil dev,Updated: 15 Jun, 2021 01:35 PM
दुनिया के सबसे बड़े परिवार के मुखिया के रूप में माने जाने वाले मिजोरम के जियोनघाका उर्फ जियोन-ए की बीमारी के चलते 76 साल की उम्र में मौत हो गई। वह एक ही छत में 39 पत्नियां, 94 बच्चे और 33 नाती-पोते के साथ रहते थे। जियोन-ए को अंतिम सांस लिए हुए 36...
नेशनल डेस्क: दुनिया के सबसे बड़े परिवार के मुखिया के रूप में माने जाने वाले मिजोरम के जियोनघाका उर्फ जियोन-ए की बीमारी के चलते 76 साल की उम्र में मौत हो गई। वह एक ही छत में 39 पत्नियां, 94 बच्चे और 33 नाती-पोते के साथ रहते थे। जियोन-ए को अंतिम सांस लिए हुए 36 घंटे से अधिक समय हो गया है लेकिन उनके प्रियजन उन्हें अलविदा कहने के लिए तैयार नहीं हो रहे हैं क्योंकि उनका दावा है कि वह अभी भी जिंदा हैं। हालांकि, अस्पताल में डॉक्टर द्वारा मृत घोषित किए जाने के बावजूद परिवार का अभी भी मानना है कि जिओना की धड़कन अभी भी चल रही है और उनका शरीर गर्म है. इसी वजह से अंतिम संस्कार को रोक दिया गया है।
बक्तांग गांव में 76 वर्षीय जियोनघाका की 39 पत्नियां, 90 से अधिक बच्चे और कम से कम 33 पोते-पोतियां हैं, जो एक विशाल चारमंजिला घर में रहते हैं। ये एक धार्मिक संप्रदाय लाल्पा कोहरान थार से ताल्लुक रखते हैं जिसमें पुरुषों को बहुविवाह की अनुमति होती है। जियोन-आ पूरीे परिवार के साथ मिजोरम की खूबसूरत पहाड़ियों के बीच बटवंग गांव में एक बड़े से मकान में रहते थे। 76 साल के जियोंघाका कई दिनों से बीमार चल रहे थे और घर पर ही उनका ईलाज चल रहा था। हालत बिगड़ने पर उन्हें अस्पताल लाया गया जहां डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। चाना का पूरा परिवार 100 कमरों वाले 4 मंजिला मकान में उनके साथ ही रहता था। परिवार के पुरुष खेतीबारी और पशुपालन कर घर चलाते हैं तो वहीं खाने बनाने और घर की सफाई की जिम्मेदारी महिलाओं की है।
17 साल की उम्र में पहली बार शादी करने वाले चाना की अपना परिवार और बढ़ाने की इच्छा थी, वह कहते थे कि वे शादी करने के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं। साथ ही चाना खुद को भाग्यशाली मानते थे कि उनके पास इतने सारे लोग हैं जो उनका ख्याल रख सकें। उनके निधन की खबर सुन लोग काफी दुखी है।