Edited By Anil dev,Updated: 01 Aug, 2018 04:08 PM
राष्ट्रीय नागारिक रजिस्टर (एनआरसी) को लेकर शुरु हुए विवाद में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भले ही आक्रामक हैं, लेकिन अब कांग्रेस ने उनके गृहयुद्ध वाले बयान खासी नाराज दिखाई दे रही है। सूत्रों के अनुसार, पार्टी इस मुद्दे पर शांति से तथ्यों...
हैदराबाद: राष्ट्रीय नागारिक रजिस्टर (एनआरसी) को लेकर शुरु हुए विवाद में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भले ही आक्रामक हैं, लेकिन अब कांग्रेस ने उनके गृहयुद्ध वाले बयान खासी नाराज दिखाई दे रही है। सूत्रों के अनुसार, पार्टी इस मुद्दे पर शांति से तथ्यों पर विरोध दर्ज कराना चाहती है, लेकिन वह किसी भी कीमत पर गृहयुद्ध जैसे शब्दों का प्रयोग नहीं करेगी।
बताया जा रहा है कि इस मुद्दे पर मंगलवार रात को कांग्रेस की एक बैठक भी हुई, जिसमें असम कांग्रेस के अध्यक्ष रिपुन बोरा ने कहा है कि ममता बनर्जी एक राज्य की मुख्यमंत्री हैं और उन्हें ऐसा कोई बयान नहीं देना चाहिए जिससे उनके राज्य में या फिर देश के अन्य हिस्सों में तनाव बढ़े। रिपुन बोरा ने कहा, 'मुख्यमंत्री होने के नाते ममता बनर्जी को गृह युद्ध भड़काने वाले बयान नहीं देने चाहिए। हम इस बयान की निंदा करते हैं। उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी के ऐसे बयानों का असम में कोई असर नहीं होगा क्योंकि वहां हालात पूरी तरह शांतिपूर्ण हैं। कांग्रेस को डर है कि इस प्रकार की बयानबाजी से अन्य राज्यों में बीजेपी के पक्ष में माहौल बन सकता है।
क्या था ममता बनर्जी का बयान
गौरतलब है कि ममता बनर्जी ने भाजपा पर हमला करते हुए कहा था कि एनआरसी की कवायद राजनैतिक उद्देश्यों से की गई ताकि लोगों को बांटा जा सके। उन्होंने चेतावनी दी कि इससे देश में रक्तपात और गृह युद्ध छिड़ जाएगा। भाजपा पर निशाना करते हुए उन्होंने कहा था कि यह पार्टी देश को बांटने का प्रयास कर रही है और इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। बनर्जी ने यहां एक सम्मेलन में कहा, ‘‘एनआरसी राजनैतिक उद्देश्यों से किया जा रहा है। हम ऐसा होने नहीं देंगे। वे (भाजपा) लोगों को बांटने का प्रयास कर रहे हैं। इस स्थिति को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। देश में गृह युद्ध, रक्तपात हो जाएगा।’’