Edited By Anu Malhotra,Updated: 30 Jun, 2022 02:49 PM
ढाई साल सरकार चलाने के बाद उद्धव ठाकरे ने कल बुधवार को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया जिसके बाद वह सभी विरोधी दल के निशाने पर आ गए। इस बीच सबसे पहले अमरावती की सांसद नवनीत राणा ने उन पर तंज कसा।
नेशनल डेस्क: ढाई साल सरकार चलाने के बाद उद्धव ठाकरे ने कल बुधवार को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया जिसके बाद वह सभी विरोधी दल के निशाने पर आ गए। इस बीच सबसे पहले अमरावती की सांसद नवनीत राणा ने उन पर तंज कसा।
उद्धव ठाकरे ने आखिरी दिन तक पद के लिए लालच रखा
उन्होंने उद्धव ठाकरे पर सत्ता का लालच रखने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि उद्धव ठाकरे ने इस्तीफा तो दे दिया है, लेकिन इसमें बहुत देर कर दी। वह आखिरी तक पद के लालच में ही बने रहे। एक टीवी चैनल से बातचीत में नवनीत राणा ने कहा कि उन्होंने इस्तीफा देने में देरी कर दी। जिस दिन उनके परिवार के 40 सदस्य घर छोड़कर बाहर निकले थे, उसी दिन इस्तीफा दे देना था। आखिरी दिन तक पद के लिए जो लालच उन्होंने रखा, उसका जवाब उन्हें देना होगा।
इतना ही नहीं इसके आगे नवनीत राणा ने कहा कि शिवसेना बालासाहेब ठाकरे ने बनाई थी, लेकिन उद्धव ठाकरे ने 56 साल की उनकी मेहनत पर ही पानी फेर दिया। अपने अहंकार के चलते उन्होंने पार्टी का यह हाल किया है। नवनीत राणा ने कहा कि उद्धव ठाकरे के पास सिर्फ संजय राउत, अनिल परब और आदित्य ही बाकी रह गए हैं। ये लोग भी मजबूरी में हैं। मुझे 14 दिनों तक जेल में काटने पड़े, लेकिन मेरा दोष ही क्या था? यही कि मैंने हनुमान चालीसा पढ़ने की बात कही थी।
बता दें कि नवनीत राणा और उनके पति रवि राणा ने लाउडस्पीकर विवाद के दौरान उद्धव ठाकरे मातोश्री के घर के बाहर हनुमान चालीसा पढ़ने का ऐलान किया था। इस पर उनके खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया था और जेल तक जाना पड़ गया था।