Edited By vasudha,Updated: 03 Dec, 2019 01:19 PM
नौसेना प्रमुख एडमिरल करमबीर ने भारतीय नौसेना राष्ट्रीय सुरक्षा की चुनौतियों से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार है। उन्होंने कहा कि हिंद महासागर क्षेत्र में चीन की उपस्थिति बढ़ रही है और हम लगातार इस पर नजर बनाए हुए हैं...
नेशनल डेस्क: नेशनल डेस्क: चीन अपनी कुटिल चाल से बाज नहीं आ रहा है। वह भारतीय नौसेना ने अंडमान-निकोबार के समीप दखलअंदाजी करने की कोशिश कर रहा है। नौसेना प्रमुख एडमिरल करमबीर ने मंगलवार को बताया कि चीन के जहाज शी यान 1 ने बिना अनुमति भारतीय क्षेत्र में प्रवेश करने की कोशिश की जिसे सेना ने खदेड़ कर वापस लौटा दिया। माना जा रहा है कि चीन इस पोत के जरिए भारतीय क्षेत्र में नौसेना की गतिविधियों की जासूसी कर सकता है।
करमबीर ने दिल्ली में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि चीन के जहाज शी यान 1 को बिना अनुमति भारतीय क्षेत्र में प्रवेश के कारण वापस लौटाया गया था। उन्होंने कहा कि हम यह सुनिश्चित करने के लिए अपनी रक्षा और सुरक्षा रख रहे हैं कि आतंकवादी समूहों से खतरे को कम किया जाए। नौसेना प्रमुख ने कहा कि मैं आश्वस्त करना चाहता हूं कि तटरक्षक और अन्य सुरक्षा एजेंसियों के साथ नौसेना किसी भी चुनौती का सामना करने के लिए तैयार है।
नौसेना प्रमुख ने कहा कि नौसेना की तीन विमान वाहक पोत अपने बेड़े में शामिल करने की दीर्घकालिक योजना है, नौसेना 41 पोतों की खरीद कर रही है। उन्होंन कहा कि रक्षा बजट में नौसेना की हिस्सेदारी में पिछले कुछ वर्षों में गिरावट आई है। साल 2012 के 18% से यह साल 2018 में 12% पर आ गया है।