Edited By Anu Malhotra,Updated: 27 Jan, 2022 09:50 AM
झारखंड के गिरिडीह में नक्सलियों ने एक बार फिर से हिंसा करनी शुरू कर दी है। नक्सलियों ने नई दिल्ली-हावड़ा रेल खंड (गया-धनबाद होकर) पर विस्फोट किया है। बता दें कि प्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा माओवादी के टॉप लीडर प्रशांत बोस व उनकी पत्नी शीला की रिहाई...
झारखंड : झारखंड के गिरिडीह में नक्सलियों ने एक बार फिर से हिंसा करनी शुरू कर दी है। नक्सलियों ने नई दिल्ली-हावड़ा रेल खंड (गया-धनबाद होकर) पर विस्फोट किया है। बता दें कि प्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा माओवादी के टॉप लीडर प्रशांत बोस व उनकी पत्नी शीला की रिहाई की मांग कर रहे है जिसे लेकर नक्सलियों ने रेल ट्रैक को उड़ा दिया। इस बीच नक्सलियों ने 21 से 26 जनवरी तक प्रतिरोध दिवस मनाया तो वहीं आज 27 जनवरी को उन्होंने बंद की घोषणा की है।
इस धामके के बाद पुलिस प्रशासन मौके पर पहुंची जिस बीच जानकारी देते हुये धनबाद मंडल के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी राजेश कुमार ने बताया है कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस गोमो-गया रेलखंड (जीसी) पर धमाके की आवाज के बाद ट्रेनों के परिचालन में बदलाव किया गया था। सुबह 6:35 बजे ट्रैक को फिट घोषित किया गया है जिसके कारण पूर्व में घोषित निम्नलिखित गाड़ियों के परिचालन में बदलाव को निरस्त किया जाता है।
गाड़ी संख्या 12941 भावनगर टर्मिनस- आसनसोल एक्सप्रेस यात्रा प्रारंभ की तिथि 25.01.2022 के मार्ग में परिवर्तन किया गया था ,अब अपने नियत पथ पर चलेंगी। गाड़ी संख्या 12816 आनंद विहार टर्मिनल- पूरी एक्सप्रेस यात्रा प्रारंभ की तिथि 26.01.2022 के मार्ग में परिवर्तन किया गया था, अब अपने नियत पथ पर चलेगी।
बता दें कि नक्सली देश की आजादी का दिन 15 अगस्त और 26 जनवरी गणतंत्र को काला दिवस के रूप में मनाते हैं, इसके पीछे नक्सल संगठन का संदेश है कि उनका संगठन देश के संविधान को नहीं मानता है। इसलिए 26 जनवरी के दिन नक्सल प्रभावित इलाकों में सब कुछ बंद होता है। नक्सली अपने बंद के दौरान अंदरूनी क्षेत्रों में उत्पात मचाने के साथ ही जवानों को भी निशाना बनाने और पुलिस कैंपों में हमला करने की फिराक में होते है।