Edited By Punjab Kesari,Updated: 15 Dec, 2017 04:10 PM
अमरनाथ गुफा में बाबा भोले के जयकारे लगाने पर एनजीटी की रोक का विरोध शुरू हो गया है। नैशनल कान्फ्रेंंस ने इसे धार्मिक मामलों में हस्तक्षेप करार दिया है और कहा है कि इससे हिन्दुओं की भावनाएं आहत हो रही हैं और इसे बर्दाशत नहीं किया जाएगा।
जम्मू: अमरनाथ गुफा में बाबा भोले के जयकारे लगाने पर एनजीटी की रोक का विरोध शुरू हो गया है। नैशनल कान्फ्रेंंस ने इसे धार्मिक मामलों में हस्तक्षेप करार दिया है और कहा है कि इससे हिन्दुओं की भावनाएं आहत हो रही हैं और इसे बर्दाशत नहीं किया जाएगा। नैकां के प्रांतीय प्रधान और विधायक देवेन्द्र सिंह राणा ने कहा कि वर्ष 2008 में बम बम भोले के जयकारों के बाद सत्ता में आई भाजपा मूक दर्शक बनकर बैठी है और यह निदंनीय है। उन्होंने कहा कि वह न्याय व्यवस्था का सम्मान करते हैं पर धर्म के मामलों में हस्तक्षेप करना गलत है।
देवेन्द्र सिंह राणा ने कहा कि इससे पहले एनजीटी वैष्णो देवी में यात्रियों की संख्या पर भी रोक लगा चुकी है। उन्होंने कहा कि अमरनाथ को लेकर राजनीतिक करने वाली भाजपा केन्द्र में सत्ता में है। राज्य में भाजपा सरकार है। फिर भी लोगों की भावनाएं आहत हो रही हैं।राणा ने तंज कसते हुए कहा कि लोगों की भावनाओं की बात आती है तो भाजपा चुप क्यों हो जाती है। उन्होंने कहा कि एनजीटी को अपना आदेश वापिस लेना चाहिए और अमरनाथ श्राइन बोर्ड के चेयरमैन गवर्नर को चाहिए कि वो इस आदेश के खिलाफ अपील करें।