Edited By Anu Malhotra,Updated: 24 Jun, 2022 03:26 PM
NDA की ओर से राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू आज दोपहर 12 बजे राष्ट्रपति पद के लिए नामांकन दाखिल करेंगी। बीजेपी ने इस मौके को भव्य बनाने की पूरी तैयारी की है।
नेशनल डेस्क: एनडीए की राष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू ने आज नामांकन दाखिल किया। वहीं इस मौके पर बीजेपी सांसदों ने उनका भव्य स्वागत किया। इससे पहले द्रौपदी मुर्मू ने संसद भवन में महात्मा गांधी, अंबेडकर और बिरसा मुंडा की प्रतिमाओं को पुष्पांजलि अर्पित की। पीएम नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, बीजेपी शासित राज्यों के सीएम और केंद्रीय मंत्री और सांसद भी संसद भवन में मौजूद रहे।
बता दें कि इससे पहले पीएम मोदी ने उनसे मुलाकात कर उन्हें बधाई दी थी तो वहीं अब गृहमंत्री अमित शाह ने भी द्रौपदी मुर्मू जी से भेंट कर उन्हें बधाई व शुभकामनाएं दीं। उन्होंने ट्विटर पर लिख कहा कि उनके नाम की घोषणा से ही जनजातीय समाज अत्यंत गौरव की अनुभूति कर रहा है, मुझे विश्वास है कि उनके प्रशासनिक व सार्वजनिक अनुभव का लाभ पूरे देश को मिलेगा।
वहीं इस मौके पर केंद्रीय मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने कहा कि द्रौपदी मुर्मू जो आदिवासी क्षेत्र से आती हैं मुझे लगता है कि पहली बार इस प्रकार के लोगों का चयन हुआ है। भारत की राजनीति में एक राष्ट्रपति के रूप में ये बहुत बड़ी बात होगी। मुझे लगता है कि सभी लोग मिलकर इनका समर्थन करेंगे।
इसके साथ ही हरियाणा CM मनोहर लाल खट्टर ने भी उनकी सरहाना करते हुए कहा कि जनजातीय जगत का बहुत बड़ा स्थान अपने देश में है इसलिए एक जनजातीय उम्मीदवार को मौका देकर बहुत अच्छा काम किया है। UPA अगर सर्वसम्मति से NDA के उम्मीदवार का समर्थन करेगी तो देश में अच्छा संदेश जाएगा।
ओडिशा की रहने वाली हैं 64 साल की द्रौपदी मुर्मू
बता दें कि 18 जुलाई को राष्ट्रपति चुनाव है। ऐसे में द्रौपदी मुर्मू को NDA का उम्मीदवार बनाया गया है, जबकि विपक्ष की ओर से यशवंत सिन्हा चुनाव मैदान में हैं। द्रौपदी मुर्मू गुरुवार को अपने गृह राज्य ओडिशा से दिल्ली पहुंची थीं। दिल्ली में उन्होंने पीएम मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की थी।
पहली आदिवासी महिला राज्यपाल बनीं द्रौपदी मुर्मू
द्रौपदी मुर्मू के राजनीति सफर के बारे में बात करें तो वह 18 मई 2015 से 12 जुलाई 2021 तक झारखंड के राज्यपाल पद पर पहली आदिवासी महिला राज्यपाल भी रह चुकी हैं। द्रौपदी मुर्मू ओडिशा की पहली महिला और आदिवासी नेता हैं, जिन्हें राज्यपाल नियुक्त किया गया था।