Edited By Yaspal,Updated: 05 Jul, 2018 06:14 PM
रिष्ठ समाजवादी नेता शरद यादव ने फसल की उत्पादन लागत के आधार पर तय होने वाले न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) के निर्धारण की मौजूदा प्रक्रिया में पूरी तरह से बदलाव करने जरूरत पर बल देते हुये कहा कि नये सिरे से इस प्रक्रिया का निर्धारण किये बिना किसानों...
नई दिल्लीः वरिष्ठ समाजवादी नेता शरद यादव ने फसल की उत्पादन लागत के आधार पर तय होने वाले न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) के निर्धारण की मौजूदा प्रक्रिया में पूरी तरह से बदलाव करने जरूरत पर बल देते हुये कहा कि नये सिरे से इस प्रक्रिया का निर्धारण किये बिना किसानों में व्याप्त असंतोष बढ़ता ही जायेगा।
यादव ने केन्द्र सरकार द्वारा खरीफ की फसलों के लिये कल घोषित एमएसपी को किसानों के साथ सरकार की वादाखिलाफी बताते हुये कहा कि सरकार ने पिछले चार साल में किसानों की आत्महत्या के मामलों में लगातार बढ़ोतरी के बाद चुनावी साल को देखते हुये अब जाकर एमएसपी बढ़ाने की घोषणा की है, वह भी वादे के मुताबिक नहीं की गयी है।
शरद यादव ने हाल ही में अपनी बिहार यात्रा का जिक्र करते हुये कहा कि राज्य में किसान 1200 से 1300 रुपये प्रति कुंतल की कीमत पर धान बेच रहे हैं जबकि मौजूदा एमएसपी 1550 रुपये प्रति कुंतल है। इसी तरह मक्का और मूंग दाल सहित अन्य फसलों को भी किसालों को एमएसपी से कम कीमत पर बेचना पड़ रहा है। उन्होंने महज एमएसपी में बढ़ोतरी को नाकाफी बताते हुये कहा यह सब औपचारिकता मात्र है। सरकार भी यह जानती है कि किसानों को फसलों की खरीद प्रक्रिया में भारी शोषण का सामना करना पड़ता है।
यादव ने कहा कि एमएसपी के निर्धारण की जटिल प्रणाली को आसान बनाते हुये इसे किसान हितैषी बनाने और खरीद प्रक्रिया में पारर्दिशता लाने की जरूरत है जिससे किसानों को उनकी फसल का वास्तविक दाम मिल सके।