Edited By Tanuja,Updated: 03 Sep, 2020 05:42 PM
लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (LAC) पर भारत और चीन के बीच चल रही टेंशन से पड़ोसी देश नेपाल की चिंता भी बढ़ गई है...
इंटरनेशनल डेस्कः लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (LAC) पर भारत और चीन के बीच चल रही टेंशन से पड़ोसी देश नेपाल की चिंता भी बढ़ गई है। लिपुलेख इलाके में भारतीय सेना की गतिविधियों पर नेपाल सरकार पैनी नजर रख रही है क्योंकि भारत-नेपाल के बीच बीते कई महीनों से लिपुलेख, कालापानी और लिम्पियाधुरा इलाके को लेकर तनाव बना हुआ है। अब चीन की शह पर नेपाल ने इस इलाके में सेना की पूरी बटालियन तैनात कर दी है। इंटेलिजेंस एजेंसी सूत्रों के मुताबिक नेपाल सरकार ने आर्म्ड पुलिस फोर्स को निर्देश जारी किए हैं कि लिपुलेख एरिया में भारतीय सेना की गतिविधि को लगातार मॉनिटर करें।
लिपुलेख एक ट्राइ जंक्शन हैं जहां भारत-चीन-नेपाल की सीमा मिलती है। इंटेलिजेंस एजेंसी सूत्रों के मुताबिक नेपाल आर्म्ड पुलिस फोर्स की जो बटालियन लिपुलेख में तैनात है उसने गृह मंत्रालय से लॉग रेंज पट्रोलिंग की इजाजत भी मांगी है। इसमें कहा गया है कि भारत-चीन तनाव को देखते हुए उस इलाके में फोर्स की लॉन्ग रेंज यानी लंबी दूरी की पट्रोलिंग की इजाजत दी जाए। नेपाल ने इस इलाके में हाल ही में फोर्स की एक नई परमानेंट पोस्ट भी बनाई है।
सूत्रों के मुताबिक चीन ने भी इस इलाके में अपने सैनिकों की तैनाती बढ़ाई है। 8 मई को जब भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए लिपुलेख के पास तक की एक सड़क का उद्घाटन किया तब से नेपाल ने यहां पर ऐतराज जताना शुरू कर दिया था। यह सड़क बीआरओ ने बनाई है। इसके बनने के साथ ही पहली बार चीन बॉर्डर के इतना करीब तक गाड़ियां जाने का रास्ता बना। नेपाल ने इलाके को अपना बताते हुए सड़क बनाने के विरोध किया। हालांकि पहले इस एरिया में नेपाल से कभी विवाद नहीं रहा।