Edited By Punjab Kesari,Updated: 15 Jan, 2018 04:27 PM
भारत और इसराईल के बीच आज कुल नौ समझौते हुए। इस दौरान दोनों देशों के नेताओं ने एक-दूसरे की जमकर तारीफ की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इन समझौतों को नए युग की शुरुआत करार दिया तो वहीं इसराईल प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू मोदी के भाषण की तारीफ करते...
नई दिल्लीः भारत और इसराईल के बीच आज कुल नौ समझौते हुए। इस दौरान दोनों देशों के नेताओं ने एक-दूसरे की जमकर तारीफ की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इन समझौतों को नए युग की शुरुआत करार दिया तो वहीं इसराईल प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू मोदी के भाषण की तारीफ करते हुए कहा कि उनके भाषण रॉक कंसर्ट की तरह होते हैं। मोदी ने अपने संबोधन के दौरान कई बार नेतन्याहू को बीबी कह कर संबोधित किया। दरअसल नेतन्याहू का निकनेम बीबी है।
मोदी-नेतन्याहू की प्रेस कॉन्फ्रेंस के प्रमुख अंश
-मोदी ने हिब्रू भाषा में नेतन्याहू का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि मेरे प्रिय मित्र, आपका भारत में स्वागत है। आपकी यात्रा के साथ हमारे नववर्ष के कैलेण्डर में विशेष पर्व शुरू हो गए हैं। मकर संक्रांति, पोंगल, बीहू आदि।
-गत वर्ष जुलाई में मैं सवा अरब भारतीयों की मित्रता के संदेश को लेकर इसराईल की यादगार यात्रा पर गया था। बदले में मुझे मेरे मित्र बीबी (बेंजामिन नेतन्याहू) के नेतृत्व में इजरायली लोगों के स्नेह एवं प्यार ने अभिभूत कर दिया।
- रक्षा क्षेत्र में हमने इकारायली कंपनियों को भारतीय कंपनियों में विदेशी निवेश की नीति का लाभ उठाने के लिए आमंत्रित किया है। हम तेल एवं प्राकृतिक गैस, साइबर सुरक्षा, फिल्मों और स्टार्टअप्स के क्षेत्र में भी सहयोग बढ़ाने की संभावनाएं तलाश रहे हैं।
-हम दो ऐसे देश हैं जो न अपना इतिहास भूलते हैं और न ही अपने नायकों को।
-भारत एवं इसराईल अपने रिश्तों को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए कृतसंकल्पित हैं।
-नेतन्याहू ने भी अपने भावपूर्ण वक्तव्य में मोदी को ‘क्रांतिकारी नेता’ बताया और कहा कि वह भारत में क्रांति लाए हैं और भविष्य का खाका भी तय कर रहे हैं।
-मोदी की इसराईल यात्रा सचमुच एक क्रांतिकारी थी क्योंकि वह पहले भारतीय नेता हैं जिन्होंने इसराईल की यात्रा की।
-भारतीय समाज के साथ 3000 साल पुराने संबंधों में यहूदी समुदाय ने कभी भी भेदभाव अनुभव नहीं किया जैसा अन्य देशों में होता है, यह भारत की महान सभ्यता, सहिष्णुता एवं लोकतंत्र का सदाशयता का परिणाम है।
-मोदी की यात्रा ने सभी इसराईलों को उत्साहित किया और बहुत से इसराईली भारतीय मूल से आते हैं। इसलिए यह एक ऐतिहासिक घटना थी।
-आतंकवाद को दोनों देशों के लिए समान पीड़ादायक बताते हुए नेतन्याहू ने कहा कि उन्हें मुंबई के भयावह हमलों की याद है। उन्होंने कहा, हम कभी नहीं झुकेंगे और डट कर लड़ेंगे।
अंत में उन्होंने मोदी के योग प्रेम पर चुटकी लेते हुए कहा कि मेरे मित्र नरेन्द्र, अगर आप कभी मेरे साथ योग कक्षा लेना चाहें तो आपका स्वागत है। वहां काफी बड़ा क्षेत्र है, मैं वहां अवश्य रहूंगा।