Edited By Hitesh,Updated: 13 Oct, 2021 02:36 PM
वैज्ञानिकों ने एक ऐसे रासायनिक यौगिक को विकसित किया है, जिसके बारे में उनका कहना है कि यह सार्स-सीओवी-2 वायरस से होने वाले संक्रमण को रोक सकता है या अगर संक्रमण के दौरान जल्दी दिया जाए तो कोविड-19 की गंभीरता को कम कर सकता है। अमेरिका में ‘वाशिंगटन...
नेशनल डेस्क: वैज्ञानिकों ने एक ऐसे रासायनिक यौगिक को विकसित किया है, जिसके बारे में उनका कहना है कि यह सार्स-सीओवी-2 वायरस से होने वाले संक्रमण को रोक सकता है या अगर संक्रमण के दौरान जल्दी दिया जाए तो कोविड-19 की गंभीरता को कम कर सकता है। अमेरिका में ‘वाशिंगटन यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ मेडिसिन' के शोधकर्ताओं के अनुसार, ‘एमएम3122' नामक यौगिक कई वायरस की मानव कोशिकाओं पर हमले की एक प्रमुख विशेषता के साथ हस्तक्षेप कर उन्हें कमजोर करता है।
पत्रिका ‘प्रोसीडिंग्स ऑफ द नेशनल एकेडमी ऑफ साइंसेज' में बताया गया कि यौगिक, मुनष्य में पाए जाने वाले एक प्रमुख प्रोटीन ‘ट्रांसमेम्ब्रेन सेरीन प्रोटीज 2' (टीएमपीआरएसएस2) को निशाना बनाता है, जिसका इस्तेमाल कोरोना वायरस भी मानव कोशिकाओं में प्रवेश करने और उन्हें संक्रमित करने के लिए करता है। अध्ययन के लेखक एवं वाशिंगटन विश्वविद्यालय के प्रोफेसर जेम्स डब्ल्यू जेनेटका ने कहा, ‘‘ सार्स-सीओवी-2 रोधी कई टीके अब मौजूद हैं, लेकिन फिर भी इस वैश्विक महामारी की गंभीरता को कम करने के लिए प्रभावी ‘एंटीवायरल' (वायरस रोधी) दवाओं की जरूरत है।''
उन्होंने कहा, ‘‘ जिस रासायनिक यौगिक को हम विकसित कर रहे हैं, वह वायरस को कोशिकाओं के भीतर जाने से राकेगा।'' जेनेटका ने कहा कि अध्ययन का लक्ष्य अणुओं को एक अवरोधक के रूप में विकसित करना है, जिसे मुंह से लिया जा सकता है और यह कोविड-19 रोधी दवा अवरोधकों का एक प्रभावी हिस्सा बन सकता है।