Edited By ,Updated: 01 Jan, 2017 03:15 PM
एयर मार्शल बीरेंद्र सिंह धनोआ ने वायु सेना प्रमुख और जनरल बिपिन रावत ने थल सेना प्रमुख का पदभार संभाला है।
नई दिल्ली: सेना के नए प्रमुख बिपिन रावत ने आज कहा कि सेना की भूमिका सीमा पर शांति बनाए रखने की है लेकिन वह ‘जरूरत पड़ने पर अपनी ताकत का इस्तेमाल करने से नहीं’ चूकेगी। उन्होंने कहा कि सेना की पूर्वी कमान के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल प्रवीण बख्शी और दक्षिणी कमान के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल पी एम हारिज सेना में सेवा देते रहेंगे और उसकी एकता बनाए रखेंगे।
जनरल रावत ने कहा, ‘‘सेना का काम सीमा पर शांति बनाए रखना है लेकिन जरूरत पडऩे पर वह ताकत का इस्तेमाल करने से नहीं चूकेगी।’’ उन्होंने कहा कि सेना की सभी इकाइयां एवं सेवाएं एकजुट हैं और वह उनमें से हर एक को एक अकेली इकाई के रूप में देखेंगे। देश की सेना के 27वें प्रमुख के रूप में कल पदभार संभालने वाले रावत यहां साउथ ब्लॉक में गार्ड ऑफ ऑनर का निरीक्षण करने के बाद संवाददाताओं से बात कर रहे थे।
पाकिस्तान कमजोर न समझे
पाकिस्तान के बारे में पूछने पर सेना प्रमुख ने कहा, ‘‘हमारी सेना देश और उसकी सीमाओं पर शांति चाहती है लेकिन इसका यह अर्थ नहीं निकालना चाहिए कि हम कमजोर है।’’ उन्होंने कहा सेना सीमाओं की सुरक्षा और शांति बनाए रखने के लिए अपने कर्तव्य के प्रति प्रतिबद्ध है। पूर्वी सेना कमांडर प्रवीण बक्सी की वरीयता की अनदेखी करके सरकार ने जनरल रावत को नए सेना प्रमुख के रूप में नियुक्त करने पर कल स्पष्ट किया कि वह कमान का नेतृत्व जारी रखेंगे।