Edited By Radhika,Updated: 09 Dec, 2025 03:18 PM

उत्तर प्रदेश के अमरोहा जिले से एक बेहद दर्दनाक और चौंकाने वाली घटना सामने आई है। यहां पर एक दंपति को4 साल के इंतजार के बाद संतान मिली थी, लेकिन उनकी ये खुशी ज्यादा दिन टिक नहीं पाई। दंपति ने अपने 23 दिनों की संतान को हमेशा के लिए खो दिया।
नेशनल डेस्क: उत्तर प्रदेश के अमरोहा जिले से एक बेहद दर्दनाक और चौंकाने वाली घटना सामने आई है। यहां पर एक दंपति को 4 साल के इंतजार के बाद संतान मिली थी, लेकिन उनकी ये खुशी ज्यादा दिन टिक नहीं पाई। दंपति ने अपने 23 दिनों की संतान को हमेशा के लिए खो दिया। आइए जानते हैं क्या है पूरा मामला
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बिस्तर में दबने से थमीं सांसें
गजरौला थाना क्षेत्र के सिहाली जागीर गांव में यह दुखद घटना बीते रविवार रात को हुई। नवजात की मौत की वजह सोते समय बिस्तर में माता-पिता के नीचे दबने से हुई। बच्चे का दबने से दम घुटा और उसकी मौत हो गई। बताया जा रहा है कि दंपति अपने नवजात शिशु के साथ एक ही बिस्तर पर सो रहे थे। उन्हें पता ही नहीं चला कि कब बच्चा उनके नीचे दब गया और उसकी सांसें थम गईं। जब सुबह बच्चे में कोई हलचल महसूस नहीं हुई, तो वे घबराकर उसे लेकर गजरौला के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे। यहां पर डॉक्टर ने नवजात बच्चे को मृत घोषित कर दिया। डॉक्टर के अनुसार सर्द मौसम में बिस्तर में इस तरह की दुर्घटनाएं बढ़ने की आशंका रहती है। नवजात बच्चों के माता-पिता को ज्यादा अलर्ट रहने की आवश्यकता है।
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अस्पताल में दंपति में हुई तकरार
बच्चे की मौत की पुष्टि होते ही पति-पत्नी के बीच विवाद शुरू हो गया। दोनों एक-दूसरे पर लापरवाही का आरोप लगाने लगे। चार साल बाद घर में आई किलकारी की खुशी अचानक मातम में बदल गई, जिससे पूरे गांव में शोक छा गया है। डॉक्टरों ने सभी माता-पिता को छोटे बच्चों के प्रति अधिक ध्यान देने और सतर्क रहने की सलाह दी है।