Edited By shukdev,Updated: 24 Jul, 2019 06:52 PM
बेकार हो चुकी गाड़ियों की संख्या 2025 तक 2.1 करोड़ हो जाने पर गौर करते हुए एनजीटी ने सरकार को इन गाड़ियों को वैज्ञानिक तरीके से नष्ट करने के वास्ते अधिकृत पुनर्चक्रण केंद्र स्थापित करने के लिए एक मानक संचालन ...
नई दिल्ली: बेकार हो चुकी गाड़ियों की संख्या 2025 तक 2.1 करोड़ हो जाने पर गौर करते हुए एनजीटी ने सरकार को इन गाड़ियों को वैज्ञानिक तरीके से नष्ट करने के वास्ते अधिकृत पुनर्चक्रण केंद्र स्थापित करने के लिए एक मानक संचालन प्रक्रिया तैयार करने का निर्देश दिया है। एनजीटी अध्यक्ष न्यायमूर्ति आदर्श कुमार गोयल की अध्यक्षता वाली पीठ ने कहा कि वैज्ञानिक तरीके से बेकार हो चुकी गाड़ियों को नष्ट करने का काम संगठित आधार पर होना चाहिए क्योंकि मौजूदा क्षमता पर्याप्त नहीं है ।
राष्ट्रीय हरित अधिकरण (एनजीटी) ने कहा कि अगले साल तक करीब 90 लाख गाड़ियां बेकार हो जाएगी। इसमें 75 प्रतिशत दोपहिया वाहन होंगे। वर्ष 2025 तक 15 साल गुजार चुकी या पुरानी हो चुकी गाड़ियों की संख्या 2.1 करोड़ हो जाएगी और पर्यावरण मानदंडों के साथ अधिकृत पुनर्चक्रण केंद्रों की स्थापना के लिए उपयुक्त तंत्र तथा असंगठित, अवैज्ञानिक और अनधिकृत कबाड़ गतिविधि पर रोक लगाने की अविलंब जरूरत है। एनजीटी ने दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण कमेटी (डीपीसीसी) और अन्य संबंधित प्राधिकारों को अवैध कबाड़ इकाइयों के खिलाफ कार्रवाई करने को कहा।