Edited By Monika Jamwal,Updated: 27 Mar, 2019 11:25 AM
कश्मीर में आतंकियों और पत्थरबाजों को पैसा पहुंचाने वाले हुर्रियत नेताओं पर केंद्र सरकार ने सख्त कार्रवाई का फैसला किया है।
श्रीनगर : कश्मीर में आतंकियों और पत्थरबाजों को पैसा पहुंचाने वाले हुर्रियत नेताओं पर केंद्र सरकार ने सख्त कार्रवाई का फैसला किया है। सरकार ने 11 अलगाववादी नेताओं की संपत्ति जब्त करने का आदेश दिया है। इस लिस्ट में हिज्बुल चीफ सैय्यद सलाउद्दीन समेत सैयद अली शाह गिलानी के दामाद का भी नाम है। सरकार के फैसले के मुताबिक इस सूची में गिलानी के दामाद अल्ताफ फंटूश के अलावा हुर्रियत के नईम अहमद खान, शहीदुल इस्लाम, फारुख अहमद डाल उर्फ बिट्टा कराटे और पाकिस्तान में पनाह लिए बैठा हिज्बुल मुजाहिद्दीन प्रमुख सैय्यद सलाउद्दीन भी शामिल हैं। जम्मू-कश्मीर में इन अलगाववादी नेताओं की संपत्ति जब्त करने का आदेश दिया जा चुका है।
बताया जा रहा है कि गिलानी के दामाद की बेमिना रोड पर मौजूद प्रापर्टी को सीज किया जाएगा। जांच के दौरान साफ हुआ है कि हुर्रियत के इन नेताओं ने पाकिस्तान की फंडिंग से भारत में अच्छी खासी प्रॉपर्टी तैयार की है। इस सिलसिले में एन.आई.ए गिलानी के बेटे नसीम गिलानी और अलगाववादी नेता मीरवाइज उमर फारुक से पहले ही पूछताछ कर चुकी है। सूत्रों के मुताबिक सरकार ने अलगाववादी और हुर्रियत नेताओं पर शिकंजा कसने का पूरा प्लान भी तैयार कर दिया है। सरकार की तरफ से इन 11 नेताओं की प्रॉपर्टी जब्त करने को मंजूरी मिलने के बाद अब गृह मंत्रालय संबंधित एजेंसियों को कार्रवाई करने के लिए आदेश देगा।
दरअसल, कश्मीर में टेरर फंडिंग की जांच के दौरान पहले ही कई अहम बातें सामने आई। जांच में पता चला है कि हाफिज सईद और पाकिस्तान से ऑपरेट होने वाले दूसरे आतंकी संगठन हुर्रियत नेताओं को सेना पर पत्थरबाजी और आतंकियों की मदद के लिए पैसा देते रहे हैं। जांच में पता चला कि इस टेरर फंडिंग में पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी और दिल्ली स्थित पाकिस्तान हाई कमीशन के अधिकारियों ने दुबई से हवाला फंडिंग के जरिए भारत में पैसा पहुंचाया।