Edited By Punjab Kesari,Updated: 27 Feb, 2018 07:14 PM
11500 करोड़ पीएनबी घोटाले के आरोपी नीरव मोदी के खिलाफ जांच एजेंसी ने विदेशों में कारोबार और संपत्ति की जांच के लिए 6 देशों को अनुरोध पत्र (एलआर) जारी करने की मांग की थी। विशेष अदालत ने अपील को मंजूर कर लिया है। ईडी समेत अन्य जांच एजेंसियां पीएनबी...
नेशनल डेस्क: 11500 करोड़ पीएनबी घोटाले के आरोपी नीरव मोदी के खिलाफ जांच एजेंसी ने विदेशों में कारोबार और संपत्ति की जांच के लिए 6 देशों को अनुरोध पत्र (एलआर) जारी करने की मांग की थी। विशेष अदालत ने अपील को मंजूर कर लिया है। ईडी समेत अन्य जांच एजेंसियां पीएनबी घोटाले की जांच में लगी हैं।
मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए) के तहत गठित अदालत में सोमवार को ईडी ने याचिका दायर की थी। इसमें ईडी नें लेटर रेगोटरी (एलआर) जारी करने की मांग की थी। जज एमएस आजमी ने विशेष लोक अभियोजक हीतेन वेनेगांवरकर को सुनने के बाद याचिका का मंजूर कर लिया।
बता दें कि ईडी ने कोर्ट में आपराधिक प्राप्ति को हासिल करने या जब्त करने को लेकर एलआर जारी करने का अनुरोध किया गया था। हांगकांग, अमेरिका, ब्रिटेन, यूएई, दक्षिण अफ्रीका और सिंगापुर को एलआर जारी किया जाना है। अनुरोध पत्र में दूसरे देश के कोर्ट से औपचारिक आग्रह किया जाना है। ऐसे मामले न्यायिक मदद के लिए भेजा जाता है।
कई देशों में है कारोबार
कोर्ट में ईडी ने बताया कि नीरव मोदी डायमंड आर यूएस, सोलर एक्सपोर्ट, स्टेलर डायमंड, फायरस्टार डायमंड जैसे कई फर्म चला रहा है। नीरव एक ऐसा हीरा कारोबारी बन चुका है। जो बेडौल हीरा मंगाता है और तराशता है। वो अन्य बेशकीमती पत्थरों को भी तराशने का काम करता है, आभूषण भी तैयार करता है। जांच एजेंसी ने अदालत को बताया कि नीरव मोदी ने अपना कारोबार हांगकांग, अमरीका, ब्रिटेन, यूएई, दक्षिण अफ्रीका, सिंगापुर जैसे देशों में फैला रखा है। उसने अपनी कंपनियों के लिए पीएनबी से एलओयू जारी करा लिया था।