Edited By Anil dev,Updated: 05 Feb, 2020 06:12 PM
निर्भया की मां आशा देवी ने बुधवार को कहा कि उन्हें उस दिन खुशी मिलेगी जब 2012 के सामूहिक दुष्कर्म और हत्या मामले के दोषियों को फांसी होगी। उन्होंने यह बयान दिल्ली उच्च न्यायालय के उस फैसले के बाद दिया जिसमें चारों दोषियों को सभी कानूनी उपायों के लिए...
नई दिल्ली: निर्भया की मां आशा देवी ने बुधवार को कहा कि उन्हें उस दिन खुशी मिलेगी जब 2012 के सामूहिक दुष्कर्म और हत्या मामले के दोषियों को फांसी होगी। उन्होंने यह बयान दिल्ली उच्च न्यायालय के उस फैसले के बाद दिया जिसमें चारों दोषियों को सभी कानूनी उपायों के लिए एक सप्ताह का समय दिया गया है। उन्होंने कहा, मैं संतुष्ट हूं कि लेकिन मुझे उस दिन ही खुशी मिलेगी जब दोषियों को फांसी दी जाएगी। अदालत ने उन्हें एक हफ्ते का वक्त दिया है, हम तब तक इंतजार करेंगे। यह सरकार की अपील थी और सरकार को इसके बारे में सोचना होगा कि उन्हें कितनी जल्दी फांसी दी जा सकती है।
गौरतलब है कि पराचिकित्सा की 23 साल की छात्रा से 16 दिसंबर की रात को दक्षिण दिल्ली में चलती बस में छह लोगों ने बर्बरता के साथ सामूहिक बलात्कार किया और बाद में उसे सड़क पर फेंक दिया। उच्च न्यायालय ने बुधवार को कहा कि निर्भया बलात्कार और हत्या मामले के सभी दोषियों को एक साथ फांसी दी जाए, न कि अलग अलग। उच्च न्यायालय ने केंद्र की निचली अदालत के आदेश को चुनौती देने वाली याचिका को खारिज कर दिया। निचली अदालत ने दोषियों की फांसी पर स्थगन लगाया था। न्यायमूर्ति सुरेश कुमार कैत ने दोषियों को एक हफ्ते के अंदर जो भी आवदेन देना चाहे वह दायर करने का निर्देश दिया, जिसके बाद अधिकारियों द्वारा उस पर कार्रवाई की जाएगी। उच्च न्यायालय ने कहा, इसमें कोई विवाद नहीं हो सकता है कि दोषियों ने देरी करने की रणनीतियों का इस्तेमाल कर प्रक्रिया को बाधित किया है।