Edited By Ashish panwar,Updated: 24 Jan, 2020 08:41 PM
वित्त वर्ष 2020- 21 का बजट शनिवार 1 फरवरी को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण पेश करेंगी। यह उनका दूसरा बजट होगा। जुलाई 2019 का बजट भी निर्मला सीतारमण ने पेश किया था। यह मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का दूसरा बजट होगा। हर बार की तरह इस बार भी बजट से...
इंटरनेशनल डेस्कः वित्त वर्ष 2020- 21 का बजट शनिवार 1 फरवरी को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण पेश करेंगी। यह उनका दूसरा बजट होगा। जुलाई 2019 का बजट भी निर्मला सीतारमण ने पेश किया था। यह मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का दूसरा बजट होगा। हर बार की तरह इस बार भी बजट से लोगों को खासी उम्मीद है। कई बार बजट सिर्फ योजनाओं की सौगात और लोगों को राहत देने के लिए ही नहीं बल्कि यह पेश करने वाले वित्त मंत्रियों के कारण भी चर्चा में आ जाता है। भारतीय बजट की कहानी भी कुछ ऐसी ही है। इसमें एक नाम जुड़ता है मोरारजी देसाई का। वह एक ऐसे वित्त मंत्री रहे जिन्होंने सबसे ज्यादा बार बजट पेश किया।
मोरारजी देसाई इकलौते ऐसे पूर्व प्रधानमंत्री थे जिन्होंने सबसे ज्यादा बार बजट पेश किया, यही नहीं दो बार ऐसे मौके आए जब उन्होंने अपने जन्मदिन के दिन बजट पेश किया। दरअसल, लीप इयर को छोड़ दें तो फरवरी 28 दिन का होता है, लेकिन मोरारजी का जन्म 29 फरवरी को हुआ था। और उन्होंने दो बार बजट 29 फरवरी को पेश किया।भारत ने स्वतंत्रता मिलने के बाद तीन महीनों के भीतर बजट पेश कर दिया था, लेकिन यह देश का पहला पूर्ण बजट नहीं था। असल में यह अर्थव्यवस्था की समीक्षा थी। इस बजट में किसी कर का प्रस्ताव पेश नहीं किया गया था क्योंकि 1948-49 का बजट सिर्फ 95 दिन दूर था। बता दें कि पहले बजट के कुछ दिन बाद प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू के साथ मनमुटाव के कारण शेट्टी ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। शेट्टी के जाने के बाद के सी नियोगी ने 35 दिनों के लिए वित्त मंत्रालय की कमान संभाली।