Edited By Harman Kaur,Updated: 24 Jul, 2024 01:06 PM
वित्त मंत्री ने कहा कि हर बजट में आपको हर राज्य का नाम लेने का मौका नहीं मिलता। उन्होंने कहा कि जैसे कि कैबिनेट ने वडावन में एक पोर्ट बनाने का फैसला किया है। जिसकी कीमत 76000 करोड़ रुपए है, लेकिन कल बजट में महाराष्ट्र का नाम नहीं लिया गया। क्या इसका...
नेशनल डेस्क: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को लोकसभा में वित्तीय वर्ष 2024-2025 का बजट पेश किया। जिसके बाद से विपक्षी INDIA गठबंधन के नेताओं ने बजट को लेकर सरकार को घेरना शुरू कर दिया है। विपक्षी सांसदों ने संसद के बाहर बजट को लेकर जमकर हंगामा किया। साथ ही सरकार पर भेदभावों करने का आरोप लगाया है। वहीं, अब राज्यसभा की कार्यवाही के दौरान वित्त मंत्री ने कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे और विपक्ष के अन्य नेताओं द्वारा लगाए गए आरोपों का करारा जवाब दिया है।
'कांग्रेस ने अपने बजट में सभी राज्यों का नाम लिया था...'
वित्त मंत्री ने कहा कि हर बजट में आपको हर राज्य का नाम लेने का मौका नहीं मिलता। उन्होंने कहा कि जैसे कि कैबिनेट ने वडावन में एक पोर्ट बनाने का फैसला किया है। जिसकी कीमत 76000 करोड़ रुपए है, लेकिन कल बजट में महाराष्ट्र का नाम नहीं लिया गया। क्या इसका मतलब ये है कि हमने महाराष्ट्र को इग्नोर किया है। वित्त मंत्री ने सवाल पूछते हुए कहा कि कांग्रेस ने अपने बजट में सभी राज्यों का नाम लिया था? अगर बजट के दौरान किसी राज्य का नाम नहीं लिया गया तो इसका मतलब ये है कि भारत सरकार की योजनाएं इन राज्यों के लिए नहीं हैं? उन्होंने कांग्रेस पर जनता को गुमराह करने का आरोप लगाया है। वित्त मंत्री ने कहा कि कांग्रेस का ये कहना कि हमारे राज्यों को कुछ भी नहीं दिया गया। यह एक अपमानजनक आरोप है।
'बजट में सरकार ने किसी को कुछ नहीं दिया...'
बता दें कि कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने बजट को लेकर कहा कि यह बजट सरकार ने सिर्फ अपने सहयोगियों को संतुष्ट करने के दिया है, उन्होंने किसी को कुछ नहीं दिया। उन्होंने कहा कि बजट में कोई न्याय नहीं मिला है, इसलिए न्याय दिलाने के लिए हम लड़ रहे हैं।