Edited By Anil dev,Updated: 06 Jul, 2019 11:29 AM
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट में किसानों पर विशेष फोकस किया। सीतारमण ने कहा कि असल भारत गांव में बसता है और गांव और किसान उनकी हर योजना का केंद्र बिंदु होगा। किसानों का जीवन और व्यवसाय आसान बनाने के लिए काम किए जाएंगे।
नई दिल्ली: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट में किसानों पर विशेष फोकस किया। सीतारमण ने कहा कि असल भारत गांव में बसता है और गांव और किसान उनकी हर योजना का केंद्र बिंदु होगा। किसानों का जीवन और व्यवसाय आसान बनाने के लिए काम किए जाएंगे। सीतारमण ने कहा कि सरकार कृषि अवसंरचना में निवेश करेगी। आजादी की 75वीं सालगिरह तक किसान की आय दोगुनी करने की कोशिश की जाएगी। अन्नदाता को ऊर्जादाता बनाने पर काम होगा।
किसानों के उत्पाद से जुड़े कामों में प्राइवेट एंटर-प्रेन्योरशिप को बढ़ावा दिया जाएगा। वित्त मंत्री ने कहा कि सरकार ने अन्नदाता को ऊर्जादाता बनाने का लक्ष्य रखा है। उन्होंने कहा कि दुग्ध उत्पादन को बढ़ाया जाएगा और कृषि क्षेत्र के विकास के लिए निवेश को बढ़ावा दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि दालों के क्षेत्र में देश को आत्मनिर्भर बनाया गया है। वित्त मंत्री ने कहा कि तिलहन के क्षेत्र में भी किसान ऐसे ही सफलता पाएंगे, ऐसी उम्मीद है। उन्होंने कहा कि डेयरी कामों को बढ़ावा दिया जाएगा। सरकार जीरो बजट फाॄमग की ओर बढ़ रही है।
उन्होंने कहा कि साथ ही भारत सरकार किसानों के साथ मिलकर बांस उत्पादन और टिंबर के जरिए नवीनीकरण ऊर्जा का उत्पादन किया जा सके। उन्होंने कहा, ‘‘हम अन्नदाता को ऊर्जादाता क्यों नहीं बना सकते?’’ निर्मला सीतारमण ने कहा कि ईज ऑफ डुइंग बिजनैस और ईज ऑफ लिविंग किसानों के लिए भी लागू होगा। वित्त मंत्री ने कहा कि किसानों के लिए 10,000 नई उत्पादक कंपनियां बनाने का लक्ष्य रखा गया है। किसानों को ई.एन.ए.एम. से लाभ उठाने की अनुमति देने के उपाय किए गए हैं। उन्होंने कहा कि किसानों को उस स्थिति में पहुंचाना है जहां पर वे जीरो बजट खेती कर सकें। इस तरह की खेती में किसान को बाजार पर निर्भर नहीं होना पड़ता और यह काफी सस्ती भी है।
किसानों के लिए बड़ी घोषणाएं
- किसानों के 10 हजार उत्पादक संघ बनाए जाएंगे।
- 2 करोड़ किसानों को डिजीटल शिक्षा।
- कृषि इंफ्रा में निजी निवेश बढ़ाया जाएगा।
- जीरो बजट कृषि को बढ़ावा देंगे।
- 10 हजार नए कृषि उत्पादक संगठन बनाने की उम्मीद।
- अन्नदाता को ऊर्जादाता बनाने के लिए कई योजनाएं चलाएंगे।
- कृषि से संबंधित ग्रामीण उद्योग में 75 हजार नए उद्यमी तैयार करने की योजना।
- अगले 5 वर्षों में 10,000 नए किसान उत्पादक संगठन बनाए जाएंगे।
- डेयरी कार्यों को बढ़ावा दिया जाएगा।
- तिलहन में भी हम किसान को आत्मनिर्भर बनाएंगे।
- किसानों की आय 2022 तक दोगुनी की जाएगी।