Edited By Punjab Kesari,Updated: 19 Aug, 2017 04:56 PM
जदयू राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में नीतीश ने जदयू के एनडीए में शामिल होने का फैसला लिया है। एनडीए में शामिल होने के बाद अब जदयू को केंद्र सरकार में स्थान मिल सकता है।
पटनाः जदयू राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में नीतीश ने जदयू के एनडीए में शामिल होने का फैसला लिया है। एनडीए में शामिल होने के बाद अब जदयू को केंद्र सरकार में स्थान मिल सकता है। केंद्र सरकार में शामिल होने पर पार्टी को एक बड़ी खुशखबरी भी मिल सकती है। पार्टी से 2 मंत्री बन सकते हैं जिसमें नीतीश कुमार के करीबी आरसीपी सिंह और पूर्णियां के सांसद संतोष कुशवाहा शामिल हैं।
एनडीए में जदयू की हिस्सदारी को 4 साल और 2 महीने बाद दोहराया गया है। 2013 में नरेन्द्र मोदी के प्रधानमंत्री का उम्मीदवार बनने पर नीतीश कुमार ने एनडीए का साथ छोड़ दिया था। बाद में राजद और कांग्रेस के साथ मिलकर गठबंधन खड़ा किया गया। राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद और उनके परिवार पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों के कारण उन्होंने गठबंधन को तोड़ दिया और मुख्यमंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया। 27 जुलाई को भाजपा के साथ मिलकर फिर सरकार बनाई। राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में नीतीश कुमार ने एनडीए के साथ जाने के फायदे बताए। बैठक में उपस्थित सभी सदस्यों ने नीतीश कुमार के इस फैसले को सही ठहराया।
बता दें कि एनडीए का हिस्सा बनने के लिए उन्हें भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने निमंत्रण भेजा था। बैठक में शरद यादव पर कोई निर्णय नहीं लिया गया। कहा जा रहा है कि अगर शरद यादव राजद की रैली में शामिल होते हैं तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।