Edited By vasudha,Updated: 28 Jun, 2018 07:04 PM
कांग्रेस अध्यक्ष की मानसरोवर यात्रा के संबंध में उनकी पार्टी के आरोपों के बीच विदेश मंत्रालय ने आज स्पष्ट किया कि राहुल गांधी की ओर से मानसरोवर यात्रा को लेकर अभी तक कोई औपचारिक आवेदन प्राप्त नहीं हुआ है...
नेशनल डेस्क: कांग्रेस अध्यक्ष की मानसरोवर यात्रा के संबंध में उनकी पार्टी के आरोपों के बीच विदेश मंत्रालय ने आज स्पष्ट किया कि राहुल गांधी की ओर से मानसरोवर यात्रा को लेकर अभी तक कोई औपचारिक आवेदन प्राप्त नहीं हुआ है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने संवाददाताओं से कहा कि हमारी ऐसी कोई इच्छा नहीं है कि किसी के मानसरोवर यात्रा के मार्ग में अवरोध डाला जाए।
राहुल गांधी की ओर से नहीं हुआ पंजीकरण
रवीश कुमार ने बताया कि अभी तक पीपुल्स रिपब्लिक आफ चाइना के तहत तिब्बत स्वायत्त क्षेत्र में मानसरोवर यात्रा को लेकर राहुल गांधी का कोई औपचारिक आग्रह नहीं प्राप्त हुआ है। उन्होंने कहा कि मानसरोवर की यात्रा दो तरीके से हो सकती है। इसमें पहला विदेश मंत्रालय आयोजित करता है। इसके लिये पंजीकरण कराना होता है। एक लॉटरी प्रणाली होती है और पारदर्शी ढंग से नाम चुना जाता है। कुमार ने कहा कि राहुल गांधी की ओर से ऐसा कोई पंजीकरण नहीं हुआ है ।
राहुल की मानसरोवर यात्रा विवादों में
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि दूसरा तरीका निजी आपरेटर के माध्यम से यात्रा पर जाने का है। यह नेपाल के रास्ते होता है और इसके लिये चीन से वीजा की जरूरत होती है। यह स्वयं के स्तर पर होता है। बता दें कि कांग्रेस के मुखपत्र नैशनल हेराल्ड ने दावा किया है कि गांधी परिवार के नेता को मानसरोवर यात्रा पर जाने के लिए विदेश मंत्रालय की तरफ से उनके अनुरोध का कोई जवाब प्राप्त नहीं हुआ। उल्लेखनीय है कि इससे पहले कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा था कि वह कर्नाटक चुनावों के बाद मानसरोवर यात्रा पर जाएंगे।