Edited By Monika Jamwal,Updated: 30 Apr, 2020 05:19 PM
रामनगर के पहाड़ी क्षेत्रों में ऐसे कई स्थान हैं, जहां पर पुल ना होने की वजह से लोग अभी भी अपनी जान जोखिम में डालकर नदियों को पार करते हैं।
रामनगर : रामनगर के पहाड़ी क्षेत्रों में ऐसे कई स्थान हैं, जहां पर पुल ना होने की वजह से लोग अभी भी अपनी जान जोखिम में डालकर नदियों को पार करते हैं। 27 अप्रैल को भी एक ऐसा ही हादसा तहसील बसंतगढ़ के मंग गांव में हुआ। जहां पर एक 25 वर्षीय महिला नसरीन बेगम पत्नी मीर कासिम अपने 2 वर्षीय बेटी के साथ उज्ज नदी को पार कर रही थी कि अचानक वह उसमें गिर पड़ी। मौके पर उपस्थित मोहम्मद असलम, दिलीप कुमार, अंग्रेज सिंह, अशोक कुमार ने अपनी जान जोखिम में डालकर उसकी बेटी को तो करीब 1 किलोमीटर बहने के बाद बचा लिया लेकिन नसरीन बेगम का अभी तक पता नहीं चल पाया है। हालांकि स्थानीय लोग और पुलिस द्वारा लगातार उन की तलाश कर रही हैं लेकिन आज दो दिन बीत जाने के उपरांत भी अभी तक शव बरामद नहीं हो पाया है।
स्थानीय लोगों का कहना था कि उज्ज दरिया पर वह कई दिनों से पुल बनाने की मांग कर रहे हैं लेकिन प्रशासन द्वारा कभी भी उनकी इस मांग को पूरा नहीं किया गया। उल्लेखनीय है कि पहाड़ी क्षेत्रों में ऐसे कई स्थान है जहां पर लोग मात्र एक लकड़ी के ऊपर से गुजर कर नदियों को पार करते हैं जिसकी वजह से अक्सर हादसे हो जाते हैं और लोग अपनी कीमती जान गवां कीमती जान गवां बैठते हैं।