Edited By Seema Sharma,Updated: 17 Jul, 2018 08:16 AM
आपको जानकर हैरत होगी कि दुनिया भर में 1 करोड़ लोग ऐसे हैं जिनके पास किसी देश की नागरिकता नहीं है। यह आंकड़ा और किसी का नहीं बल्कि संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार संस्था का है। यही वजह है कि इन लोगों को मौलिक अधिकार भी प्राप्त नहीं हैं।
नई दिल्ली: आपको जानकर हैरत होगी कि दुनिया भर में 1 करोड़ लोग ऐसे हैं जिनके पास किसी देश की नागरिकता नहीं है। यह आंकड़ा और किसी का नहीं बल्कि संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार संस्था का है। यही वजह है कि इन लोगों को मौलिक अधिकार भी प्राप्त नहीं हैं। म्यांमार का रखाइन इलाका भी इसी श्रेणी में आता है।
यहां पर मौजूदा कानून की बदौलत करीब 10 लाख लोगों के पास नागरिकता नहीं है। इन्हें शिक्षा, स्वास्थ्य, नौकरी, शादी करने, बैंक अकाऊंट खोलने और घर खरीदने तक का अधिकार नहीं है।